610 करोड़ रुपये रिफंड, लौटाए गए 3000 बैग (फाइल फोटो)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। देश के हवाई उड़ान सेक्टर में पांच दिनों तक चली अव्यवस्था के बाद जब नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सख्ती दिखाई तो एविएशन कंपनी इंडिगो भी कुछ मुस्तैद होती दिखी है। हालांकि रविवार को भी 500 से ज्यादा उड़ाने रद रहीं लेकिन कई उड़ाने हुई भीं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
घरेलू मार्गों पर हवाई किराये में भारी वृद्धि का जो दौर था उस पर भी ब्रेक लगा है। इंडिगो की तरफ से रविवार शाम तक रद या बहुत विलंब वाले उड़ानों से प्रभावित यात्रियों को अभी तक 610 करोड़ रुपये रिफंड को प्रोसेस किया गया है। साथ ही शनिवार तक देश भर में यात्रियों को 3000 सामान डिलीवर किये गये हैं।
सरकार ने दी जानकारी
यह जानकारी रविवार को सरकार ने दी। लेकिन रिफंड व सामान सही यात्री तक पहुंचाने का काम अभी दो दिन और लग सकते हैं। साथ ही हालात के पूरी तरह से सामान्य होने में तीन से चार दिनों का समय लग सकता है।एमओसीए ने कहा है कि एविएशन नेटवर्क तेजी से पूरी तरह सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रहा है। एक दिन पहले जो सुधारात्मक उपाय किये गये थे वो हवाई सेवाएं के पूरी तरह से सामान्य हो जाने तक लागू रहेंगे।
शनिवार को सरकार ने एयरलाइन को निर्देश दिया था कि रद उड़ानों के टिकटों का रिफंड प्रोसेस रविवार शाम तक पूरा कर लिया जाए तथा यात्रियों से अलग हुए सामान को अगले दो दिनों में डिलीवर कर दिया जाए। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पांच दिसंबर को इंडिगो केवल 706 उड़ानें और छह दिसंबर को 1,565 उड़ानें चलाई थी।
रविवार (7 दिसंबर) को दिन भर में लगभग 1,650 उड़ानें संचालित करने का अनुमान है। हालांकि यह सुधार के बावजूद इंडिगो की सामान्य दैनिक उड़ान संख्या (लगभग 2,300) से अभी भी काफी कम है। मंत्रालय का कहना है कि अगले कुछ दिनों में यह आंकड़ा पूरी तरह सामान्य स्तर पर पहुंच जाएगा।
किराये पर कैप का दिख रहा असर
किराये की अधिकतम सीमा तय करने का असर भी दिख रहा है। दिल्ली से मुंबई का हवाई किराया जो एक दिन पहले न्यूनतम 11 हजार रुपये दिखा रहा था वह अब टिकट बेचने वाले वेबसाइटों पर सोमवार के लिए छह हजार रुपये का दिखा रहा है। दिल्ली-हैदराबाद किराया (अगले 24 घंटे के बीच) शनिवार को 20-21 हजार रुपये का था जो रविवार को (अगले 24 घंटे के दौरान) 12 हजार रुपये पर आ गया है।
मंत्रालय ने कहा है कि प्रभावित रूटों पर किराया स्वीकार्य स्तर पर आ गया है। सभी एयरलाइंस ने नए किराया ढांचे का सख्ती से पालन किया है। मंत्रालय के मुताबिक इंडिगो ने अब तक 610 करोड़ रुपये के रिफंड प्रोसेस कर दिए हैं। री-शेड्यू¨लग पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जा रहा है और इसके लिए विशेष सहायता सेल बनाए गए हैं।
उड़ान रद होने से अलग हुए हजारों बैगों को लेकर मंत्रालय ने इंडिगो को 48 घंटे के अंदर सभी बैग यात्रियों तक पहुंचाने का निर्देश दिया था। शनिवार तक कंपनी 3,000 बैग डिलीवर कर चुकी है, लेकिन एविएशन कंपनियों के लोगों का मानना है कि इतनी बड़ी संख्या में बचे हुए बैगों को निर्धारित समय-सीमा में पहुंचाना मुश्किल लग रहा है।
यात्रियों को बैग वापस करने की प्रक्रिया जारी
कंपनी की तरफ से अतिरिक्त श्रमिक लगाये गये हैं जो हर बैग की टैग देख कर उसे हाथ से छांटने का काम कर रहे हैं ताकि उन्हें सही रूट की तरफ रवाना किया जा सके। मंत्रालय ने बैग ट्रेसिंग और डिलीवरी की प्रक्रिया पर निरंतर निगरानी रखने और यात्रियों से लगातार संपर्क बनाए रखने को कहा है।
वैसे देश के अधिकांश हवाई अड्डों पर स्थिति सामान्य होती दिख रही है। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, अहमदाबाद और गोवा सहित प्रमुख हवाई अड्डों पर रविवार को पूरी तरह सामान्य स्थिति रही। सरकार का कहना है कि चेक-इन, सिक्योरिटी और बोर्डिंग क्षेत्रों में कोई भीड़भाड़ नहीं देखी गई। एयरपोर्ट ऑपरेटरों और सीआइएसएफ की अतिरिक्त टीमें तैनात हैं। |