इंडिगो की उड़ानें बाधित। (जागरण)
जागरण संवाददाता, पटना। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो की उड़ान सेवाएं लगातार बाधित चल रही हैं, जिसका सबसे अधिक असर उन यात्रियों पर पड़ रहा है, जिन्हें यात्रा के लिए थर्ड पार्टी पोर्टल या टैवेल एजेंसी पर निर्भर रहना पड़ता है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उड़ानों के अचानक रद होने और देर से संचालित होने के कारण टिकट रद करने की मजबूरी पैदा हो जा रही है, लेकिन इस प्रक्रिया में यात्रियों को अतिरिक्त 200 से 500 रुपये तक सर्विस चार्ज के रूप में चुकाने पड़ रहे हैं। यह शुल्क टिकट बुकिंग के समय इस्तेमाल किए गए ऑनलाइन ट्रैवल पोर्टलों, मोबाइल ऐप या ट्रैवल एजेंसियों द्वारा लगाया जा रहा है।
ट्रैवल उद्योग विशेषज्ञ बताते हैं कि आज अधिसंख्य लोग टिकट बुकिंग के लिए थर्ड पार्टी गेटवे का ही इस्तेमाल करते हैं, क्योंकि यह प्लेटफार्म ऑफर, तुरंत बुकिंग और कीमतों की तुलना जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराते हैं। हालांकि, उड़ान सेवाओं में लगातार अव्यवस्था के बीच यही मॉडल यात्रियों के लिए परेशानी का कारण बन रहा है।
उधर, एयरपोर्ट काउंटर से टिकट खरीदने वाले यात्रियों को फ्लाइट रद होने पर किसी भी अतिरिक्त शुल्क का भुगतान नहीं करना पड़ता और उन्हें पूरा रिफंड मिलता है। इसके विपरीत थर्ड पार्टी गेटवे से बुकिंग वाले यात्रियों को रिफंड मिलते समय सर्विस फीस की कटौती झेलनी पड़ रही है।
यात्रियों का कहना है कि जब उड़ान रद एयरलाइन की ओर से की जा रही है, तो सर्विस चार्ज के नाम पर रकम काटना अनुचित है। यात्रियों ने इसे अनावश्यक दंड बताया।
ट्रैवल एजेंसी संचालक सन्नी कुमार बताते हैं कि इंडिगो की उड़ानें लगातार प्रभावित रहने से रिफंड और री-शेड्यूलिंग का दबाव बढ़ गया है। थर्ड पार्टी पोर्टलों द्वारा सर्विस चार्ज काटे जाने से यात्रियों में नाराजगी और बढ़ गई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि उड़ान संचालन में जल्द सुधार नहीं हुआ और शुल्क नीति में बदलाव नहीं किया गया, तो इससे यात्रियों के साथ-साथ ट्रैवल एजेंसी संचालकों को भी भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है। यात्रियों ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय से मामले में हस्तक्षेप कर सर्विस चार्ज वसूली पर रोक लगाने की मांग की है।
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