साइको किलर: हत्या से 48 घंटे पहले टारगेट सेट करती थी पूनम। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, पानीपत। चार मासूमों की निर्मम हत्या के मामले में गिरफ्तार पूनम के खौफनाक अपराध पैटर्न ने सभी को हैरान कर दिया है। पूनम कोई अचानक हत्या नहीं करती थी, बल्कि वह शातिराना तरीके से 48 घंटे पहले ही अपना टारगेट चुन लेती थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जिस बच्चे को मारने का इरादा करती, उसके इर्द-गिर्द लगातार घूमती रहती और उसे अपने प्रति आकर्षित करने के लिए हरसंभव भावनात्मक रणनीति अपनाती। पूनम बच्चों के साथ इस तरह घुल-मिल जाती थी कि माता-पिता भी उसकी नीयत पर शक नहीं कर पाते थे।
वह मासूमों के साथ खाना खाते, उन्हें टाफी-चाकलेट देती, खेलती और नाचती थी। चंद घंटों में ही वह किसी भी बच्चे को इतना सहज महसूस करवा देती कि वह पूनम को अपनी ‘पसंदीदा दीदी’ या ‘आंटी’ मानने लगता था। कई बच्चे तो अपने माता-पिता की गोद छोड़कर सीधे पूनम के पास दौड़कर पहुंचते थे।
भावनात्मक जुड़ाव कर हत्या के अंजाम तक की कहानी रोंगटे खड़े करने वाली
आरोपित पूनम का इस भावनात्मक जुड़ाव का मकसद केवल एक था, बच्चे का पूरा विश्वास हासिल करना। भरोसा जमने के बाद पूनम बच्चियों को अकेले ले जाने का बहाना ढूंढती थी। खेलने या बातों में उलझाकर वह उन्हें उस जगह ले जाती, जहां पानी का टब, ड्रम या कोई बर्तन मौजूद होता।
फिर बिना किसी झिझक के पूरी निर्ममता से पानी में डुबोकर उनकी हत्या कर देती। चारों हत्याओं जिया, विधि, इशिका और खुद के बच्चे की हत्या में भी लगभग एक जैसे पैटर्न सामने आए हैं। हर केस में पूनम अपने शिकार के बेहद करीब चली गई थी।
जिया को वह अक्सर अपने घर के पास खिलाती थी। विधि को वह टाफियां देने के बहाने बुलाती थी। वहीं इशिका के साथ वह कई दिनों से घुल-मिल रही थी। बच्चियों की हत्या लगभग एक ही तरीके से की गई। पानी में डुबोकर, और हत्या से पहले उन्हीं के साथ घंटों तक सामान्य व्यवहार करती रही। |