तस्वीर कॉलेज के दिनों की है, जब लॉरेंस और पैरी एक साथ चंडीगढ़ मे पढ़ते थे।
डिजिटल टीम, चंडीगढ़। सेक्टर-26 की टिंबर मार्केट में पंजाब पुलिस के रिटायर्ड इंस्पेक्टर के बेटे इंद्रप्रीत सिंह उर्फ पैरी की हत्या से गैंग के आंतरिक टकराव और वसूली की कहानी उजागर हो रही है। भारत के अलग-अलग राज्यों से लेकर अमेरिका, इंग्लैंड और कनाडा तक हलचल मच गई है। सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
हालांकि, पुलिस सबसे पहले यह पता लगाने में जुटी है कि पैरी की हत्या लॉरेंस गैंग ने करवाई या किसी और का हाथ है। सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट और ऑडियो से चर्चाएं गर्म हैं। पैरी कभी लॉरेंस बिश्नोई का जिगरी दोस्त रहा था। एक पोस्ट वायरल हो रहा है कि लॉरेंस गैंग ने पैरी की हत्या करवाई है। इसके अलावा दो ऑडियो भी वायरल हो रहे हैं, जोकि विदेश में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के बताए जा रहे हैं।
इसके गोल्डी कह रहा है कि लॉरेंस ने गद्दारी की है। बेकसूर पैरी को मरवा दिया। पुलिस ने पोस्ट और ऑडियो की पुष्टि नहीं की है। पुलिस अधिकारी अभी मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। इतना जरूर कहा जा रहा है कि पैरी की हत्या गैंगवार का नतीजा हो सकती है।
13 नवंबर को चंडीगढ़ में पैरी की शादी हुई थी और उसी दिन दुबई में लॉरेंस गैंग के हैंडलर जोरा सिद्धू की हत्या कर दी गई थी। उस दिन रोहित गोदारा के नाम से एक पोस्ट वायरल हुई थी। अब पैरी की हत्या के बाद उसी अंदाज में लॉरेंस गैंग की तरफ से पोस्ट वायरल करने की चर्चा है।
क्रेटा कार बरामद, पुलिस के लिए मददगार नहीं
पैरी को गोलियां मारकर बदमाश जिस क्रेटा कार में भागे थे वह पंचकूला सीआईए ने बरामद कर ली है। कार का नंबर पंजाब का है और फर्जी बताया जा रहा है। फिर भी पुलिस चेसी नंबर से कार मालिक का पता लगाने में जुटी है।
अब बिश्नोई गैंग के नाम से वायरल पोस्ट
जय श्री राम, जय बजरंगबली सभी भाइयों को राम-राम। मैं (आरज़ू बिश्नोई), (हरी बॉक्सर), (शुभम लोंकर), (हरमन संधू) आज से नई जंग की शुरुआत कर चुके हैं। चंडीगढ़ में इंद्रप्रीत पैरी की हत्या की जिम्मेदारी हम लेते हैं। यह हमारे ग्रुप का गद्दार था। गोल्डी या रोहित का फोन करवाकर क्लबों से पैसों की उगाही करवाता था। इसी वजह से इसे मारा है।
शुरुआत इन्हीं ने की थी। पहले हमारे भाई हरी पर हमले की कोशिश की और बाद में सिप्पा भाई को मरवाया। जो भी इनका साथ देगा, उसे बख्शेंगे नहीं। सुन लो क्लब वालों जो भी इन्हें पैसा देता है, हम उससे कोई पूछताछ नहीं करेंगे, सिर्फ एक फोन लगाना है, हम सब तक पहुंच जाएंगे और मारेंगे। चाहे जेल में क्यों न हो, हम वहां भी पहुंच जाएंगे, चाहे जितना समय लगे।
जिस दिन पैरी की थी शादी, उसी दिन दुबई में लॉरेंस गैंग के जोरा की हुई थी हत्या
13 नवंबर को पैरी की चंडीगढ़ में शादी थी और उधर दुबई में लाॅरेंस बिश्नोई गैंग के एक गैंग्स्टर जोरा सिद्धू उर्फ सिप्पा की हत्या गला काट कर दी गई थी। तब गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के साथ मिलकर गैंग चला रहे रोहित गोदारा के नाम से पोस्ट वायरल हुआ था।
जिसमें लिखा था-मैं रोहित गोदारा, गोल्डी बराड़, वीरेंद्र चारण, महेंद्र सारण डेलाणा, विक्की पहलवान कोटकपुरा, आज ये जो दुबई में लॉरेंस के कुत्ते जोरा सिद्धू (सिप्पा) की गला काट के हत्या हुई है, ये हमने करवाई है।
इसने लॉरेंस का हैंडलर बनकर हमारे भाई को मरवाने के लिए अपने बंदे जर्मनी भेजे थे। ये दुबई में बैठ करके कनाडा और अमेरिका में लॉरेंस के नाम की धमकियां देता था। ये जो मर्जी कर ले हमारे तक पहुंचने में इनको सात जन्म लेना पड़ेगा। इस देश के गद्दार के चक्कर में आकर किसी ने भी मेरे और मेरे भाइयों की तरफ आंख उठाना तो दूर की बात देखा भी तो इससे भी बुरा हाल करेंगे।
लोग कहते हैं कि दुबई सेफ है, तो हमसे दुश्मनी करके कहीं भी सेफ नहीं है। किसी भी देश में छुप जाना, बच नहीं सकते। देर हो सकती है लेकिन छोड़ेंगे नहीं। जहां पुलिस के हाथ नहीं जा सकते, वहां हम पहुंच जाएंगे। ध्यान रखना इस बात को, जो भी हमारे दुश्मन हैं, तैयार रहें। जल्द मुलाकात होगी।\“
अमेरिका में लॉरेंस के शूटर हरी पर बरसाई थी गोलियां
लॉरेंस गिरोह और रोहित गोदारा गिरोह के बीच गैंगवार की पहले भी घटना सामने आ चुकी है। अमेरिका में लॉरेंस गैंग के शूटर हरी बॉक्सर पर गोलियां बरसाई गई थी। रोहित गोदारा गैंग ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए इसकी जिम्मेदारी ली थी।
चर्चाएं ये हैं कि लॉरेंस बिश्नोई से अलग होकर अब गोल्डी बराड़ रोहित गोदारा के साथ मिलकर काम कर रहा है। ऐसे में वर्चस्व की लड़ाई और वसूली के धंधे की वजह से दोनों में टकराव है।
जानिये कौन था पैरी
पैरी चंडीगढ़ के सेक्टर-33 में रहता था। उसके पिता पंजाब पुलिस के इंस्पेक्टर के पद से रिटायर्ड हुए थे। पैरी पर चंडीगढ़ में कई मुकमदे दर्ज हैं। सूत्रों के अनुसार, उसने नेपाल से लेकर दूसरे देशों तक लॉरेंस गैंग के कई गैंगस्टरों की तस्करी और सुरक्षा में अहम भूमिका निभाई थी। 19 नवंबर को लॉरेंस के भाई अनमोल बिश्नोई को यूएस से भारत डिपोर्ट किया गया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पैरी कई बदमाशों को फर्जी दस्तावेजों पर विदेश भेज चुका था। वह पंजाब और हरियाणा में हथियार सप्लाई करता था। यह भी बात सामने आ रही है कि वह टिंबर मार्केट में किसी से पैसे लेने के लिए इंतजार कर रहा था, तभी हमला हुआ। बदमाशों ने उसपर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई। |