सात दिन बेहोशी में रखा, दो महिलाओं समेत 7 लोग अपहरण में शामिल (प्रतीकात्मक फोटो)
जागरण संवाददाता, पानीपत। सिरसा की दो जुड़वा किशोरी बहनों के अपहरण का मामला उस समय उजागर हो गया, जब दोनों किशोरी पानीपत रेलवे स्टेशन पर सहमी और बदहवास हालत में मिलीं।
दोनों के बयान ने पुलिस को भी चौंका दिया। उन्हें करीब सात दिन पहले अपहरणकर्ताओं ने उस समय किडनैप कर लिया था, जब वे घर से लड़की चुगने के लिए निकली थीं। मामला सिरसा के सदर थाने में दर्ज भी कराया गया था और तब से स्वजन उनकी तलाश में भटक रहे थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
किशोरियों ने बताया कि अपहरण करने वालों में दो महिलाएं समेत लगभग सात लोग शामिल थे। यह गैंग उन्हें बेहोशी की हालत में पानीपत लाया था और एक बंद कमरे में रखा गया था।
होश आने पर भी उन्हें बाहर निकलने से रोका गया और धमकाया गया। दोनों किसी तरह मौका देखकर भाग निकली। सड़क पर पहुंचने के बाद वे बिना दिशा-ज्ञान के भागती रहीं और पानीपत रेलवे स्टेशन पहुंच गईं।
स्टेशन पर उन्होंने यात्रियों से फोन मांगकर अपने स्वजनों को काल करने की कोशिश की, लेकिन किसी ने भी उनकी मदद नहीं की। दोनों ने कहा कि लोग उनकी हालत देखकर भी अनसुना करते रहे, जिससे उनका डर और बढ़ता गया।
इसी बीच प्लेटफार्म पर गश्त कर रहे जीआरपी कांस्टेबल पर उनकी नजर पड़ी और दोनों किशोरियां रोती हुई उसकी ओर दौड़ीं और पूरी आपबीती बताई।
कांस्टेबल उन्हें तुरंत थाने ले गया और सुरक्षा में रखा। इसके बाद जीआरपी ने सिरसा में रहने वाले उनके परिवार और सदर थाना पुलिस को सूचना भेजी। सूचना मिलते ही स्वजन और सिरसा पुलिस टीम पानीपत पहुंची।
पुलिस ने दोनों किशोरियों से विस्तृत बयान लिए और आरोपितों की पहचान के संकेत मिलने के बाद टीमों का गठन कर दिया गया है।
पुलिस का कहना है कि अपहरण की वारदात को किस उद्देश्य से अंजाम दिया गया, यह जांच का विषय है, लेकिन शुरुआती जानकारी के आधार पर अपहरणकर्ताओं का गिरोह संगठित प्रतीत होता है। जीआरपी ने आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद दोनों बहनों को स्वजन के सुपुर्द कर दिया।
सिरसा की जुड़वा किशोरियों ने पुलिस को दिए बयान में चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि अपहरण के दौरान आरोपितों ने उन्हें मेकअप किट दी और कहा कि “सुंदर बनो, जैसे हम कहें वैसे तैयार होना।
किशोरियों का कहना है कि यह सब उनकी मर्जी के खिलाफ था, जिसके कारण वे बेहद डर गईं और किसी भी तरह भागने का मौका तलाशने लगीं। दोनों ने बताया कि अपहरणकर्ता दो महिलाएं समेत कुल करीब सात लोग थे, जो उन्हें लगातार दबाव में रखते थे। मौका मिलते ही दोनों वहां से भागीं और पानीपत रेलवे स्टेशन पहुंचकर मदद मांगी। |
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