राज्य ब्यूरो, लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बहुचर्चित कफ सीरप मामले की जांच शुरू कर दी है। इसके लिए ईडी ने जांच में जुटी अन्य एजेंसियों से सारी जानकारी एकत्र कर ली है। ईडी की प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि अवैध कफ सीरप की तस्करी का कारोबार दो हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इस कारोबार में कई सफेदपोश लोग भी शामिल थे। ईडी ने इस मामले की जांच के लिए दो टीमों का गठन किया है। एक टीम कफ सीरप की तस्करी में वित्तीय पैटर्न की जांच कर रही है। वहीं दूसरी टीम एसटीएफ सहित अन्य राज्यों की जांच एजेंसियों के साथ संपर्क में रहकर जांच को आगे बढ़ा रही है।
ईडी जोड़ रही कड़ियां
अभी तक की जांच में गिरोह की सारी कड़ियों को जोड़ा जा रहा है, जिससे आरोपितों को संरक्षण देने वाले बाहुबलियों और सफेदपोशों के चेहरे से पर्दा हटाया जा सके। ईडी के अधिकारी एसटीएफ, एसआइटी, जिलों की पुलिस और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन द्वारा अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी एकत्र कर चुके हैं।
जांच अधिकारियों के अनुसार इस गिरोह ने तीन राज्यों और विदेश में दो हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की कफ सीरप की तस्करी की है। आरोपितों की तमाम कंपनियों, फर्मों और संपत्तियों की भी जानकारी ईडी को मिली है। वहीं फर्जी फर्मों के जरिये अवैध कारोबार के इस मामले में संबंधित कंपनियों के बैंक खातों में गड़बड़ियां मिली हैं। |
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