जागरण संवाददाता, आगरा। संभागीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) में अस्थाई और स्थाई ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) के लिए आने आवेदन करने वालों की सोमवार को भीड़ उमड़ पड़ी।
नई आउटसोर्सिंग कंपनी को ठेका मिलने के चलते नवंबर के अंंतिम सप्ताह से डीएल बनवाने का काम लगभग बंद पड़ा था। सोमवार को काउंटर खुलते ही अस्थाई और स्थाई डीएल के लिए आवेदन करने वालों की लबी लाइन लग गई। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
स्थाई लाइसेंस के लिए टेस्ट पास करने के बाद पांच दिन में आवेदकों को लाइसेंस मिल जाएगा।प्रदेश के सभी जिलों में डीएल अनुभाग में कर्मचारियों की तैनाती का जिम्मा पूर्व में एक आउटसोर्सिंग कंपनी के पास था।
संबंधित जनपद में स्थाई डीएल से संबंधित प्रक्रिया पूरी करने के बाद डीएल लखनऊ से जारी होता था। एक ही कंपनी द्वारा उक्त कार्य करने के चलते डीएल दो से तीन सप्ताह में आवेदकों को मिलता था।
प्रदेश सरकार ने डीएल का काम इस वर्ष तीन आउटसोर्सिंग कंपनी को दिया है। प्रत्येक को आउटसोर्सिंग कंपनी को बार 25-25 जिलों में ठेका मिला है। आगरा में फो-काम-नेट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा डीएल अनुभाग में एक सुपरवाइजर व पांच कर्मचारियों को तैनात किया गया है।
कर्मचारियों ने सोमवार से काम शुरू कर दिया है।पहले दिन ही स्थाई और अस्थाई डीएल के लिए आवेदन करने वालों की भीड़ उमड़ पडी। सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक डीएल बनवाने वालों की लंबी लाइन लगी रही।
हर महीने 1500 से अधिक आवेदन
आगरा में हर महीने 1500 से अधिक लोग स्थाई डीएल के लिए आवेदन करते हैं।जबकि मंडल आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद व मैनपुरी में यह आंकड़़ा तीन हजार से अधिक का है। अस्थाई डीएल के लिए सारथी पाेर्टल पर आवेदन किया जाता है।
जिसके एक महीने बाद व छह महीने से पहले स्थाई के लिए आवेदन करके बायाेमैट्रिक के बाद स्लाट आवंटित हो जाता है।