युवक की आत्महत्या: मंगेतर और परिवार पर उत्पीड़न का आरोप, मामला दर्ज।
संवाद सहयोगी, नारायणगढ़। अहमदपुर निवासी 29 वर्षीय कर्मवीर की संदिग्ध परिस्थिति में रविवार को सल्फास निगलने से हुई मौत के मामले ने सोमवार को तूल पकड़ लिया। मृतक के स्वजन ने उसकी मंगेतर पायल और उसके परिवार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि लगातार मानसिक उत्पीड़न, धमकियों और रिश्ता तोड़ने के दबाव ने कर्मवीर को आत्महत्या के लिए मजबूर किया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
आरोपों के आधार पर नारायणगढ़ थाना पुलिस ने पायल, उसके पिता नरेश पाल, भाई हिमांशु, पायल की बुआ और शिवम पर केस दर्ज कर लिया है। गिरफ्तारी की मांग को लेकर गुस्साए परिजनों ने अग्रसेन चौक पर एंबुलेंस रोककर लगभग 15 मिनट तक जाम लगाया। परिवार के सदस्यों ने स्पष्ट किया कि जब तक सारे आरोपित गिरफ्तार नहीं होते, वे न्याय की लड़ाई जारी रखेंगे।
परिजनों का कहना है कि पायल और उसके परिवार ने सुनियोजित तरीके से कर्मवीर को दबाव में रखा, बदनाम करने की धमकियां दीं और हमला करवाया। इसी तनाव ने उसकी जान ले ली। थाना प्रभारी ने आरोपितों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया तब जाकर परिजन शांत हुए और जाम खोला।
पोस्टमार्टम के बाद विवाद, परिजनों ने चौक पर रोका शव वाहन
रविवार रात लगभग आठ बजे सल्फास निगलने के बाद कर्मवीर की मौत हो गई थी। सोमवार को डाक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंपा गया। इसी दौरान परिजन भड़क उठे और आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। दोपहर बाद करीब 4:30 बजे परिजनों ने अग्रसेन चौक पर शव वाली एंबुलेंस रोककर विरोध प्रदर्शन किया, जिससे यातायात बाधित हो गया। मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी इंस्पेक्टर ललित कुमार ने आश्वासन देकर 15 मिनट में जाम खुलवाया।
परिजनों के अनुसार, मौत से कुछ मिनट पहले कर्मवीर ने अपने भांजे गुलशन को फोन कर बताया कि उसकी तबीयत अचानक खराब हो गई है और वह मारकंडा नदी पुल के पास बैठा है। परिवार के लोग उसे तुरंत लेकर नागरिक अस्पताल पहुंचे, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
शादी तय, कार्ड छप चुके थे… फिर शुरू हुआ विवाद
भाई निर्मल ने तहरीर में कहा कि मार्च 2023 में कर्मवीर का रिश्ता बड़ा गांव निवासी पायल से तय हुआ था। शादी की तारीख 12 नवंबर रखी गई और कार्ड तक छप चुके थे। इसी बीच पायल ने कर्मवीर से कपड़ों, फोन रिचार्ज और घूमने-फिरने के लिए रुपये मांगने शुरू कर दिए। मना करने पर रिश्ता तोड़ने, परिवार की बदनामी करने और झूठे केस में फंसाने की धमकियां देने लगी। शिकायत के अनुसार, कुछ महीनों पहले पायल ने कर्मवीर को बताया कि वह किसी और से प्यार करती है। इस बात के बाद से कर्मवीर तनाव में रहने लगा था।
हमले का आरोप, नर्सिंग होम बुलाकर पायल ने करवाया हमला
बताया जा रहा है कि मामले में कर्मवीर ने 19 अक्टूबर को भी पुलिस में शिकायत दी थी। इसमें आरोप था कि पायल ने उसे नर्सिंग होम के पास बुलाया। वहां पहुंचते ही छह नकाबपोश युवकों ने लोहे की राड से हमला किया और 12 हजार रुपये, चांदी की चेन और घड़ी छीनकर फरार हो गए। मामले में भी पायल सहित अन्य पर केस भी दर्ज हुआ था। परिजनों का दावा है कि बाद में पायल ने केस वापस लेने का दबाव बनाना शुरू कर दिया और धमकी दी कि यदि मामला वापस नहीं लिया तो बलात्कार के केस में फंसा देगी। परिजनों ने बताया कि 30 नवंबर को कर्मवीर गांव पावनी में कैटरिंग के काम पर गया था। शाम को घर लौटते समय उसने जहरीला पदार्थ निगल लिया। कर्मवीर तीन भाइयों में छोटा था और पिता का पहले ही देहांत हो चुका है। तीनों भाई कैटरिंग का काम करते हैं।
दबिश दी गई, आरोपित जल्द गिरफ्तार होंगे: थाना प्रभारी
थाना प्रभारी ललित कुमार ने बताया कि मामला दर्ज होते ही पुलिस टीम ने आरोपितों के संभावित ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन आरोपित घर से फरार मिले। रिश्तेदारों के यहां भी तलाश जारी है। उन्होंने कहा कि सभी आरोपी जल्द गिरफ्तार किए जाएंगे। |