21 वर्ष की आयु तक बढ़ता है चश्मे का नंबर  
 
  
 
  
 
जागरण संवाददाता, आगरा। एसएन मेडिकल कालेज में नेत्र रेाग विभाग अध्यक्ष डा. स्निग्धा सेन ने बताया कि बच्चों की आंखों की रोशनी कम हो रही है। जिन बच्चों की दूर की रोशनी कमजोर है, उनका चश्मे का नंबर लगातार बढ़ रहा है। ये 21 वर्ष की आयु तक बढ़ता है। इसके बाद नबर स्थिर हो जाता है। जिन लोगों में 21 वर्ष की आयु के बाद भी चश्मे का नंबर बढ़ने लगे तो उन्हें तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। बच्चों का चश्मे का नंबर न बढ़े, इसके लिए मोबाइल का इस्तेमाल न करें, पौष्टिक आहार लें, खेलकूद गतिविधियों में ज्यादा हिस्सा लें। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
  
हास्पिटल संचालक और स्टाफ ने डीजे कर्मचारियों को सरिया-डंडों से पीटा  
 
ट्रांस यमुना क्षेत्र के कालिंदी विहार में मूर्ति विसर्जन के लिए तैयार हो रहे डीजे कर्मचारियों के साथ अस्पताल संचालक और स्टाफ ने लाठी डंडों और सरिया से मारपीट की। मारपीट का वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ है। इसमें हास्पिटल संचालक व अन्य लोग डीजे कर्मचारियों को पीटने हुए दिख रहे हैं।  
 
  
 
मामला थाना ट्रांस यमुना क्षेत्र के 80 फुटा रोड स्थित एक हास्पिटल का है। हास्पिटल के बराबर में डीजे संचालक का गोदाम है। डीजे संचालक निरोत्तम सिंह ने राजघाट गंगाजी जाने के लिए डीजे की बुकिंग की थी। बुकिंग के चलते पीड़ित निरोत्तम सिंह अपने कर्मचारियों के साथ बुधवार रात करीब 1:30 बजे राज घाट गंगा जी जाने के डीजे को गाड़ी में लगाकर उसकी वायरिंग चेक कर रहे थे।  
 
आरोप है इसी दौरान नशे की हालत में हास्पिटल से कुछ लोग आए और गाली-गलौज करने लगे। डीजे संचालक निरोत्तम सिंह ने उनसे कहा कि राजघाट गंगा जी जाना है। आरोप है कि इसी बात पर नशे में धुत हास्पिटल संचालक डाक्टर ने स्टाफ के साथ डीजे संचालक व कर्मचारियों की पिटाई कर दी।  
 
  
 
मारपीट में एक डीजे कर्मचारी के हाथ में फ्रेक्चर हुआ है। वहीं दूसरे के सिर में गंभीर चोट लगी है। डीजे संचालक ने जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप लगाया है। थाना प्रभारी ट्रांस यमुना रोहित कुमार ने बताया है कि घायलों का मेडिकल कराया गया है। मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। |