फाइल फाेटो।
संवाद सूत्र, बड़बिल। ओडिशा के क्योंझर जिले में अवैध मवेशी तस्करी के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। तेलकोई थाना क्षेत्र में पदस्थापित कांस्टेबल गौरहरि पात्रा को गाय तस्करों से मिलीभगत और पुलिस गतिविधियों की गोपनीय जानकारी पहले से उपलब्ध कराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। शनिवार शाम उसे कोर्ट में पेश कर दिया गया। सूत्रों के मुताबिक कांस्टेबल के तस्करों से गहरे संपर्क थे। वह पुलिस टीम की मूवमेंट, छापेमारी और गश्ती गतिविधियों से जुड़ी सूचनाएं तस्करों को पहले ही दे देता था, जिससे वे कार्रवाई से बचकर निकल जाते थे। गत बुधवार की रात तेलकोई पुलिस को मवेशी तस्करी की गुप्त सूचना मिली। इसके बाद पिटानाली गांव के पास औचक छापेमारी की गई। पुलिस को देखते ही तस्कर तीन बोलेरो वाहनों को छोड़कर फरार हो गए। मौके से 13 गायें भी बरामद की गईं। जांच से पता चला कि तस्कर अंगुल जिले के खमार गांव से मवेशियों को तेलकोई होते हुए क्योंझर की ओर ले जा रहे थे। छापेमारी के बाद पुलिस ने तकनीकी विश्लेषण और स्थानीय इनपुट के आधार पर जांच शुरू की। तथ्य सामने आते ही कांस्टेबल गौरहरि पात्रा पर संदेह गहरा गया। जांच में यह स्पष्ट हो गया कि वही तस्करों को पुलिस गतिविधियों की सूचना दे रहा था। इसके आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस अब मवेशी तस्करी नेटवर्क और उससे जुड़े अन्य लोगों की भी जांच कर रही है, ताकि पूरे गिरोह का पर्दाफाश किया जा सके।
मवेशी तस्करी में शामिल माफिया की तलाश जारी है और उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। घटना की विस्तृत जांच की जा रही है। इस मामले ने अवैध मवेशी तस्करी के नेटवर्क को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। -
अंजन कुमार पात्रा, थाना प्रभारी तेलकोई विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें |