TCS में आज भी जिंदा है रतन टाटा का कल्चर, जिनकी हुई छंटनी उन्हें मिलेगी 24 महीनों की फ्री सैलरी
नई दिल्ली। भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी TCS ने आखिरकार यह साबित कर दिया कि वह टाटा ग्रुप की कंपनी है। आज भी टाटा टाटा ग्रुप की कंपनियों में रतन टाटा वाला कल्चर जिंदा है। कुछ महीने पहले टीसीएस ने 12000 लोगों की छंटनी करने का ऐलान किया था। लेकिन अब खबर आ रही है कि टीसीएस छंटनी से प्रभावित कर्मचारियों को 2 साल तक की सैलरी देगी। हालांकि, जागरण बिजनेस इस खबर की पुष्टि नहीं करता। वहीं, NDTV की एक रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने कहा है कि वह पुनर्गठन से प्रभावित कर्मचारियों को “देखभाल और सहायता“ प्रदान कर रही है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
रिपोर्ट के अनुसार, लंबे समय से सेवा करने वाले कर्मचारियों को severance packages प्रदान किए जाएंगे, जो टीसीएस छंटनी का सामना कर रहे हैं क्योंकि उनकी भूमिकाएं अब कंपनी की जरूरतों के अनुरूप नहीं हैं।
देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) द्वारा अपने कर्मचारियों के 2 प्रतिशत या 12,000 से अधिक नौकरियों की छंटनी करने की खबरें सामने आने के लगभग दो महीने बाद इसका असर कार्यबल पर महसूस किया जा रहा है।
सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के संगठन एनआईटीएस ने बुधवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि टीसीएस ने पुणे में करीब 2,500 कर्मचारियों को कथित तौर पर नौकरी से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया है। हालांकि, टीसीएस ने कहा कि हमारे संगठन में कौशल को फिर से संगठित करने की हमारी हालिया पहल से केवल सीमित संख्या में कर्मचारी प्रभावित हुए हैं।amritsar-state,Amritsar news,drone weapon smuggling,weapon smuggling gang,CIA staff arrest,Pakistan weapon supply,arms act case,border security force,heroin recovery,Khalra police station,Gursahib singh arrest, Punjab News, Punjab Crime,Punjab news
सूत्रों के हवाले से आई है खबर
मनीकंट्रोल की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि कंपनी के पुनर्गठन के बीच टीसीएस की छंटनी से मुख्य रूप से उन कर्मचारियों पर असर पड़ेगा जिनका कौशल बेकार हो गया है या जिन्होंने ग्राहकों की मांग को पूरा करने के लिए खुद को उन्नत नहीं किया है।
इसके तहत, टीसीएस ऐसे कर्मचारियों को तीन महीने की नोटिस अवधि का वेतन प्रदान करेगा, जिसके बाद उन्हें एक पैकेज मिलेगा जो उनके कार्यकाल के आधार पर छह महीने से दो साल के वेतन तक होगा। एक सूत्र ने बताया कि सबसे कम पैकेज छह महीने का होगा।
इस खबर पर मनीकंट्रोल ने सूत्रों के हवाले से कहा कि जिन कर्मचारियों के पास 10-15 साल का अनुभव है, वे 1.5 साल के बराबर पैकेज की उम्मीद कर सकते हैं।
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