चारपाई से न उठने पर दो अनुसूचित जाति के बुजुर्गों को पीटा
जागरण सवाददाता, बांदा। चारपाई से न उठने व राम-राम न करने पर फतेहगंज थाना के जबरापुर गांव में मंगलवार शाम गांव के लोगों ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर दो अनुसूचित जाति के बुजुर्गों को लाठी-चाकू से हमलाकर जख्मी कर दिया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
घायलों का आरोप है कि हमलावरों ने जाति सूचक गालियां भी दीं और एक बुजुर्ग की जेब से 500 रुपये लूटकर ले गए। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। पीड़ितों का यह भी आरोप है कि हमलावर दिवंगत हो चुके अंबिका पटेल उर्फ ठोकिया गैंग के संपर्क में रहने वाले थे। हालांकि, पुलिस ने इस बात से इन्कार किया है।
यह है पूरा मामला
फतेहगंज थाना क्षेत्र के जबरापुर गांव निवासी 60 वर्षीय भगत वर्मा व 70 वर्षीय कल्लू श्रीवास मंगलवार की शाम अपने-अपने खेतों में काम कर रहे थे। वहीं नजदीक स्थित ट्यूवबेल में खाना बन रहा था। आरोप लगाया कि राकेश समेत तीन अज्ञात लोग शराब के नशे में जा धमके।new-delhi-city-local,New Delhi City news,air pollution forecast system,air quality early warning,CEEW study Delhi pollution,Delhi AQI forecast,Indian cities air quality,National Clean Air Program,IIMT Pune air pollution,India Meteorological Department,Delhi news
चारपाई में बैठे भगत ने उनके आने पर खडे होकर राम-राम नहीं किया तो राकेश व उसके साथियों ने जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते गाली गलौज करना शुरू कर दिया था। इसी बात को लेकर उनसे कहासुनी हो गई। जिसके बाद हमलावरों ने भगत को लाठी से पीटना शुरू कर दिया।
भगत को पिटता देख कल्लू श्रीवास बचाने पहुंचा तो उसके ऊपर चाकू से हमला कर दिया। जिससे दोनों लोग घायल हो गए। शोर गुल सुनकर आसपास के लोग दौड़ पड़े। लेकिन किसी की बचाने की हिम्मत नहीं पड़ी। जिसके बाद हमलावार जान से मारने की धमकी देते हुए चले गए।
कल्लू ने आरोप लगाया है कि हमलावर उसकी जेब मेंं पड़े पांच सौ रुपये लूट कर ले गए हैं। भगत के पुत्र गंगाराम ने घटना की तहरीर पुलिस को दी। थानाध्यक्ष रामकिशोर का कहना कि मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।
सीओ प्रवीण कुमार ने बताया कि मारपीट व एससी एसटी एक्ट के तहत आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। दस्यु अंबिका पटेल उर्फ ठोकिया की बिरादरी के हमलावरों के होने से बढ़ा-चढ़ाकर शिकायतकर्ता आरोप लगा रहे हैं। जबकि ठोकिया गैंग का कोई सदस्य नहीं बचा है
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