बरेली में हुए उपद्रव की फाइल फोटो का प्रयोग किया गया है।
जागरण संवाददाता, बरेली। इंस्पेक्टर के हाथ काटने व वर्दी उतरवाने की धमकी देने वाले डॉ. नफीस और उसके बेटे को कोतवाली पुलिस ने मंगलवार आधी रात के बाद गिरफ्तार कर लिया। बुधवार को पिता-पुत्र को जेल भेजा जाएगा। आइएमसी में डॉ. नफीस महासचिव है जबकि उसका बेटा फरमान पूरे संगठन के इंटरनेट मीडिया अकाउंट्स और लिखा पढ़ी का काम देखता है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
फरार था आरोपित नफीस, मंगलवार पूरे दिन दबिश में लगी रही पुलिस की टीमें
पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार को हुए उपद्रव में डॉ. नफीस व उसके बेटे फरमान की भी भूमिका सामने आई है। उपद्रव में दोनों ही पिता-पुत्र का पूरा हाथ था। डॉ. नफीस ने बयानबाजी से और उसके बेटे ने इंटरनेट मीडिया अकाउंट्स पर मौलाना की पुरानी वीडियो पोस्ट कर लोगों को भड़काया था। वह इंटरनेट मीडिया अकाउंट्स से लगातार इस्लामियां ग्राउंड आने की अपील कर रहा था।
नफीस के बेटे फरमान ने ही इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट डाल भीड़ को उकसाया
पुलिस के मुताबिक, जिस दिन उपद्रवियों पर लाठीचार्ज की जा रही थी उस दिन भी फरमान ने फेसबुक पर उपद्रव का पूरा वीडियो लाइव किया था। साथ ही भड़काऊ बातें भी बोल रहा था। इतना ही नहीं आरोपित फरमान ने फेसबुक पर मौलाना की इस्लामियां ग्राउंड की पुरानी वीडियो भी शेयर कर अपील की थी कि इस्लामियां भरो।
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नहीं आने की अपील, लेटर को फेसबुक पर पोस्ट करने के बाद किया डिलीट
पुलिस के मुताबिक, 25 सितंबर की रात जब नदीम और डा. नफीस ने आइएमसी के लेटर हेड पर लोगों से नहीं आने की अपील की थी। उसे अधिकारियों को गुमराह करने के लिए फेसबुक पर भी डाला था। पत्र के पोस्ट होते ही उसका स्क्रीन शाट लेकर आधिकारियों भेजा गया और तत्काल ही उसे डिलीट कर दिया गया। जिससे किसी को वह पता न चले। इस षड्यंत्र में भी फरमान शामिल था।
उपद्रव के दिन मौलाना घर पर ही छोड़ गया मोबाइल
26 सितंबर को जब उपद्रव शुरू हुआ उससे पहले ही मौलाना अपने घर से फाइक एन्क्लेव अपने दोस्त के यहां चला गया। अपना मोबाइल घर पर ही छोड़ गया जिससे कोई भी उसकी लोकेशन को ट्रेस न कर सके।
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