15 साल में 4000 रुपये की SIP से कितना मिलेगा?
नई दिल्ली। म्यूचुअल फंड में निवेश के कई विकल्प है, लेकिन अक्सर लोग एसआईपी का ही चयन करते हैं। आज हम जानेंगे कि अगर 15 साल के लिए हर महीने 4000 रुपये की एसआईपी की जाएं, तो कितना फंड बनकर तैयार होगा? विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
चलिए अब इसकी कैलकुलेशन देख लेते हैं।
यह भी पढ़ें- SIP Calculation: 10 साल तक हर महीने 8000 रुपये की एसआईपी से कितना बनेगा फंड, देखें कैलकुलेशन
कैलकुलेशन
अगर कोई व्यक्ति 15 साल के लिए हर महीने 4000 रुपये की एसआईपी करता है, तो 12 फीसदी रिटर्न के हिसाब से उसे 20,18,000 रुपये मिलेंगे। इन 15 सालों में आपका मूलधन 7,20,000 रुपये का होगा। अब समझते हैं कि अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करने जा रहे हैं, तो जोखिम का आकलन कैसे कर सकते हैं। sonipat-crime,parking dispute,Gohana crime,Sonipat news,bike parking argument,Haryana crime news,Ishapur Kheri incident,crime news india,Haryana news
कैसे करें जोखिम का पता?
बेटा (Beta)
अगर ये बेंचमार्क 1 से कम हो, तो आपके द्वारा चुना गया फंड कम जोखिम वाला है। वहीं अगर ये एक से ज्यादा हो तो इसे रिस्की माना जाता है।
स्टैंडर्ड डेविएशन (Standard Deviation)
जब हम किन्हीं दो फंड्स की तुलना करते हैं, उस समय स्टैंडर्ड डेविएशन देखा जाता है। इसका प्रतिशत जितना कम हो, फंड को उतना कम जोखिम वाला माना जाता है। मान लीजिए एक फंड का स्टैंडर्ड डेविएशन 5 फीसदी है और दूसरे का 10 फीसदी, तो पहला फंड कम जोखिम वाला होगा।
शार्प रेश्यो (Sharpe Ratio)
शार्प रेश्यो के जरिए आप म्यूचुअल फंड में जोखिम का आराम से पता लगा सकते हैं। अगर शार्प रेश्यो 1.00 से कम है, तो रिस्क कम होगा। अगर यहीं शार्प रेश्यो 1.00 से 1.99 के बीच है, तो रिस्क सामान्य रहेगा। ऐसे ही अगर शार्प रेश्यो 2.00 से 2.99 है, तो रिस्क काफी हाई रहेगा।
(डिस्क्लेमर: यहां म्यूचुअल फंड पर दी गयी जानकारी निवेश की सलाह नहीं है। जागरण बिजनेस निवेश की सलाह नहीं दे रहा है। शेयर बाजार में जोखिम हो सकता है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)
 |