18 करोड़ से बनेगा अटल कला भवन। फोटो- एआई जनरेटेड
जागरण संवाददाता, अरवल। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने प्रगति यात्रा के दौरान जिला में अत्याधुनिक सुविधा से संपन्न प्रेक्षागृह के निर्माण की घोषणा की थी, जिसे अब धरातल पर उतरा जा रहा है। जिला में कला संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए अटल कला भवन सह प्रेक्षागृह का निर्माण किया जायेगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अटल कला भवन में एक साथ 620 लोगों की बैठने की जगह होगी। अहियापुर में भवन निर्माण विभाग की जमीन पर अटल कला भवन का निर्माण किया जायेगा। इसके लिए एनओसी मिलने की प्रक्रिया आरंभ की गई है।
अटल कला भवन के निर्माण हो जाने पर युवक-युवतियां पढ़ाई के साथ गायन, वादन और नृत्य की ट्रेनिंग ले सकेंगे। शाम तीन-चार घंटे क्लास चलेगी। जिला में बड़ी बैठकों या भव्य कार्यक्रम के अयोंजनों हेतू कोई भी भवन उपलब्ध नहीं है।
इस कारण अक़्सर बड़ी बैठकों हेतू पदाधिकारियों कर्मियों कि संख्या अधिक होने पर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जिला स्थापना दिवस, युवा महोत्सव जैसे कार्यक्रमों में काफी भीड़ हो जाने से इनडोर स्टेडियम छोटा पड़ जाता है।
18 करोड़ 73 लाख कि लागत से बनेगा भवन
जिला में 18 करोड़ रुपये की लागत से अटल कला भवन का निर्माण होगा। इसके लिए सरकार से पैसा आया है।इस भवन में अत्याधुनिक सुविधाएं रहेगी। सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए रंग शाला बनेगा, जिसे गीत संगीत सहित सभी प्रकार के कला के लिए उपयोग किया जायेगा।
कला प्रतिभाओं को मंच देने के उद्देश्य से अटल कला भवन का निर्माण किया जायेगा। यह भवन पटना के भारतीय नृत्य कला मंदिर के मॉडल पर बनाया जायेगा।
क्या कहते हैं पदाधिकारी
भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता सुमन कुमार ने बताया कि अटल कला भवन के लिए जगह का चयन अहियापुर में कर लिया गया है। टेंडर प्रक्रिया में है।Tata empire, Ratan Tata Career, Ratan Tata, career beginnings, jaw-dropping deals, humble origins, business legacy, Indian industrialist, Tata Group, 9th october, Rata Tata Success Story, Tata Steel, Ratan Tata First Job,
जहानाबाद नगर परिषद के पास 15 फॉगिंग मशीन
जहानाबाद जिले में अब तक डेंगू से ग्रसित 28 मरीज मिल चुके हैं। इसमें अधिकांश जहानाबाद नगर परिषद क्षेत्र के लोग हैं। इससे बचाव के लिए शहर में नियमित तौर पर फॉगिंग की जरूरत महसूस हो रही है, लेकिन हालात यह है कि शहर में फॉगिंग जरुरत के अनुसार होता नहीं दिख रहा है।
नगर परिषद के पास 15 फॉगिंग मशीन है इसमें एक बड़ा और 14 छोटा मशीन है। लेकिन उसमें छह छोटा मशीन खराब स्थिति में है। जिसके कारण शहर के सभी 33 वार्डो में नियमित तौर पर फॉगिंग की सुविधा उपलब्ध नहीं हो पा रही है।
इधर कुछ दिनों से डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए दो छोटे मशीन को फॉगिंग के लिए लगाया गया है। लेकिन जिस तरह से डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है उसे देखते हुए इसका दायरा बढ़ाने की जरूरत है। दो मशीन से पूरे शहर में नियमित फॉगिंग संभव नहीं है।
यूं तो मच्छरों का प्रकोप सालों भर रहता है, लेकिन बरसात के अंतिम समय में गंदगी तथा जलजमाव के कारण इसका प्रकोप काफी बढ़ जाता है। जिसके कारण मच्छर जनित बीमारियां ज्यादा फैलती है।
पिछले साल नगर परिषद क्षेत्र में डेंगू से आठ लोगों की मौत भी हो गई थी। हालांकि इस समय संयोग बेहतर है की कि बीमार लोग तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। लेकिन इसका प्रकोप और अधिक नहीं बढे, इसलिए जरूरी हो गया है कि मच्छर को नियंत्रित करने की पूरी पहल की जाए।
इसमें सबसे बड़ा योगदान फॉगिंग का होता है। बताया जाता है कि फॉगिंग मशीन को संचालित रखने वाले कर्मियों की कमी के कारण सभी नौ मशीन उपयोग में नहीं आ रहे हैं। जिसका खामियाजा शहर के लोगों को मच्छर जनित बीमारियों के रूप में उठाना पड़ रहा है।
फिलहाल दो साइकिल वाले मशीन कुछ वार्डों की गलियों में घूम कर फागिंग कर रहे हैं लेकिन यह व्यवस्था नकाफी साबित हो रही है।
क्या कहते हैं कार्यपालक पदाधिकारी
फिलहाल दो फॉगिंग मशीन साइकिल के माध्यम से शहर के गलियों का भ्रमण कर रहा है। नगर परिषद द्वारा लगातार फॉगिंग किया जा रहा है। दुर्गा पूजा के त्योहार के बाद इसका दायरा और अधिक बढ़ाया जाएगा। दीनानाथ सिंह
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