दिलीप शर्मा, लखनऊ। उर्वरक संकट की स्थिति और अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों से इसके कच्चे माल की पर्याप्त उपलब्धता की समस्याओं के बीच उत्तर प्रदेश, इस उद्योग को थोड़ी राहत देने जा रहा है। भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग द्वारा ललितपुर में फास्फोराइट (राक फास्फेट) की खोज की गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
खोजे गए पांच ब्लाक में के 4155 लाख टन का भंडार पाया गया है और इनमें से एक ब्लाक से जनवरी में खनन शुरू करने की प्रक्रिया चल रही है। कृषि उर्वरक उद्योग के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण खनिज है, जिसे डीएपी और एनपीके के निर्माण के लिए कच्चे माल के रूप में उपयोग किया जाता है। इसका खनन होने से राज्य सरकार का राजस्व बढ़ने के साथ उर्वरक उद्योग की भी मुश्किलें कम होने की उम्मीद जताई जा रही है।
प्रदेश में राजस्व वृद्धि के लिए भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग द्वारा लगातार खनिज क्षेत्र में नई संभावनाओं की तलाश की जा रही है। इसके तहत ही ललितपुर में फास्फोराइट की पहचान की गई। इस क्षेत्र को पांच ब्लाक, सोनरई ब्लाक-1, सोनरई ब्लाक 2-4, सोनरई ब्लाक-5, गोरा कलां-पहाड़ी कलां ब्लाक और बरवार ब्लाक में बांटा गया है।
विभाग के अनुसार, सोनरई ब्लाक 2-4 में 1652 लाख टन, सोनरई ब्लाक-1 में 178 लाख टन, सोनरई ब्लाक-5 में 343 लाख टन, गोरा कलां-पहाड़ी कलां ब्लाक में 1908 लाख टन और बरवार ब्लाक में 74 लाख टन का भंडार होने का अनुमान है।
इनमें से साेनरई राक ब्लाक-2-4 में अन्वेषण कार्य पूरा किया जा चुका है और भू-वैज्ञानिक रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी गई है। अब वन मंजूरी की प्रक्रिया चल रही है। इस ब्लाक में जनवरी से खनन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, जबकि अन्य ब्लाक में अभी अन्वेषण का कार्य किया जा रहा है।
लंबे अर्से के बाद प्रदेश में फास्फोराइट का खनन शुरू होने जा रहा है। पूर्व में यूपी स्टेट मिनरल डवलपमेंट कारपोरेशन द्वारा ललितपुर में इस महत्वपूर्ण खनिज पर काम किया गया था। वर्ष 2000 में कारपोरेशन के खत्म होने के बाद यह भी बंद हो गया था।
विभाग के अनुसार, फास्फोराइट के खनन से उर्वरक उद्योग को इसकी आसानी से उपलब्धता हो सकेगी। परिवहन आदि की लागत भी कम होने की उम्मीद है।
सचिव एवं निदेशक अब भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग माला श्रीवास्तव ने बताया कि फास्फोराइट के एक ब्लाक में अगले साल की शुरुआत में खनन शुरू करने की योजना है। इसके लिए प्रक्रिया चल रही है। अन्य ब्लाक को लेकर भी कार्ययोजना बनाकर काम किया जा रहा है। |