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DMK के तीन मंत्रियों को बम की धमकी से हड़कंप, पुलिस बोली- 7 महीनों में 343 फर्जी ईमेल मिले

cy520520 2025-11-13 16:37:48 views 1138
  

ग्रेटर चेन्नई के पुलिस आयुक्त ए. अरुण ने कहा कि शहर को पिछले सात महीनों में कुल 342 ऐसे ईमेल मिले हैं। (फोटो सोर्स- पीटीआई)



डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ऑफिस को बम की धमकी वाले ईमेल भेजे जाने के बाद बुधवार को पुलिस जांच शुरू की गई। इन ईमेल में चेन्नई और त्रिची जिले में डीएमके के तीन मंत्रियों के आवासों को निशाना बनाने का दावा किया गया था। मामले से जुड़े लोगों ने बताया कि बाद में ये ईमेल फर्जी पाए गए है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

पुलिस को बम की धमकी वाला ईमेल राज्य के हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ निधि मंत्री शेखर बाबू के चेन्नई स्थित आवास और शिक्षा मंत्री अंबिल महेश तथा नगर प्रशासन मंत्री केएन नेहरू के त्रिची जिलों में स्थित आवासों पर खतरे की चेतावनी देते हुए भेजा गया था। पुलिस टीमों ने बम निरोधक और खोजी दस्तों और स्नीफर डॉग के साथ तलाशी ली और पाया कि ये ईमेल फर्जी थे।
कुछ महीने से आ रहे फर्जी धमकी

पुलिस के अनुसार, तमिलनाडु में यह लगातार हो रहा है। इससे पहले ऐसी घटना 31 अक्टूबर को हुई थी, जब चेन्नई स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय में बम की धमकी फर्जी पाई गई थी।

पिछले कुछ महीनों में राज्य भर के राजनीतिक नेताओं, स्कूलों, मशहूर हस्तियों, वाणिज्य दूतावासों और संस्थानों को इसी तरह के धमकी भरे ईमेल भेजे गए हैं। एक महीने पहले, अक्टूबर के पहले हफ्ते में, कई ईमेल में दावा किया गया था कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, राज्यपाल आरएन रवि, भारतीय जनता पार्टी की तमिलनाडु इकाई के मुख्यालय और तमिल अभिनेत्री त्रिशा के आवासों में बम रखे गए हैं, जो तलाशी के बाद फर्जी पाए गए।
सात महीनों में 342 ऐसे ईमेल

ग्रेटर चेन्नई के पुलिस आयुक्त ए. अरुण ने कहा कि शहर को पिछले सात महीनों में कुल 342 ऐसे ईमेल मिले हैं। उन्होंने कहा, “लेकिन किसी भी धमकी को हल्के में नहीं लिया जाता। हर मामले में सामुदायिक सेवा रजिस्टर (सीएसआर) या प्राथमिकी दर्ज की गई है... आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) इकाई इन मामलों की जांच कर रही है।“

नगर आयुक्त ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, ऐसे सभी ईमेल में समान भाषा पैटर्न देखा गया है और संदेह है कि प्रेषक स्थानीय लोग हैं, जो आईपी एड्रेस को छिपाने के लिए वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) और डार्क वेब ब्राउजर का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हाल ही में प्रेषकों ने वीपीएन का उपयोग करके जीमेल और हॉटमेल अकाउंट्स का इस्तेमाल किया था।

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