राहुल गांधी को टीवी पर दी गई जान से मारने की धमकी। (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, रांची। भारतीय जनता पार्टी के पैनलिस्ट प्रवक्ता पिंटू महादेव द्वारा केरल के एक निजी चैनल में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ \“छाती में गोली मारने\“ जैसी भाषा का प्रयोग की बात पर मीडिया चेयरमैन सतीश पाल मुंजनी ने पलटवार करते हुए कहा कि यह न सिर्फ लोकतंत्र के विरुद्ध है, बल्कि यह देश की संवैधानिक राजनीति पर सीधा हमला है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
राजनीति में विचारों का मतभेद स्वीकार्य है, लेकिन किसी जनप्रिय नेता के खिलाफ हिंसा का खुला आह्वान करना फासीवादी सोच का परिचायक है।
यह वही मानसिकता है जिसने महात्मा गांधी की हत्या करवाई थी, आज वही जहरीली भाषा फिर दोहराई जा रही है। मुंजनी ने कहा कि हम स्पष्ट शब्दों में कह देना चाहते हैं कि राहुल गांधी को गोली मारने की बात करने वाले दरअसल भारत की आवाज को दबाने की कोशिश कर रहे हैं।
यह बयान सिर्फ राहुल गांधी के खिलाफ नहीं, बल्कि देश के हर उस युवा के खिलाफ है जो बेरोजगारी, महंगाई और नफरत की राजनीति के खिलाफ सवाल उठाता है।bareilly-city-general,Bareilly City news,Maulana Tauqeer arrest,Ittihad-e-Millat Council,Farhat arrest,Farman arrest,Bareilly riots,inflammatory video,social media,crime news,police investigation,Uttar Pradesh news
यदि भाजपा इस बयान से खुद को अलग नहीं करती और उस प्रवक्ता पर तत्काल कार्रवाई नहीं करती, तो यह माना जाएगा कि यह हिंसक सोच पार्टी की आधिकारिक नीति का हिस्सा है।
कांग्रेस ने मांग की है कि भाजपा के उक्त प्रवक्ता के खिलाफ तुरंत प्राथमिकी दर्ज की जाए। इसके अलावा भाजपा नेतृत्व सार्वजनिक माफी मांगे। मीडिया संस्थान भी ऐसे लोगों को मंच देने से बचे जो देश में गृहयुद्ध जैसी भाषा बोलते हैं।
सतीश ने कहा कि राहुल गांधी की आवाज न गोली से दबेगी, न धमकी से, बल्कि और बुलंद होगी।
 |