गोरखपुर-सिल्लीगुड़ी एक्सप्रेस-वे के निर्माण की सुगबुगाहट तेज
संवाद सूत्र, राघोपुर (सुपौल)। भारत सरकार के अति महत्वपूर्ण परियोजना सिल्लीगुड़ी एक्सप्रेस-वे के निर्माण को लेकर डीएम सावन कुमार ने रविवार को एक्सप्रेस-वे के फिक्स अलाइनमेंट वाली मौजा का निरीक्षण किया और राघोपुर अंचलाधिकारी को अलाइनमेंट वाली प्लॉट वेरिफिकेशन करने का निर्देश दिया । विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गोरखपुर-सिल्लीगुड़ी एक्सप्रेस-वे की विशेषताएं
गोरखपुर-सिल्लीगुड़ी एक्सप्रेस-वे भारत सरकार की महत्वपूर्ण परियोजना है, जिसकी लंबाई लगभग 550 किलोमीटर आंकी गयी है। यह एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश और बिहार के कई जिलों से होकर गुजरेगा, जिससे इन राज्यों के लोगों को आवागमन में आसानी होगी और आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी। एक्सप्रेस-वे की खासियत यह होगी कि इसमें कोई बड़ा टर्निंग (मोड़) नहीं होगा और इसकी लागत लगभग 37,500 करोड़ रुपये होगी।
प्रखंड के किन-किन मौजा से गुजरेगा एक्सप्रेस-वे?
जिलाधिकारी सावन कुमार ने बताया कि गोरखपुर-सिल्लीगुड़ी एक्सप्रेस-वे सुपौल जिला के निर्मली प्रखंड के दो मौजा डगमरा, सिकरहट्टा, सरायगढ़ प्रखंड के पांच मौजा कवियाही, करहरी, वैसा, सदानंदपुर एवं शाहपुर-पृथ्वीपट्टी, राघोपुर प्रखंड के मोतीपुर पंचायत के मोतीपुर व हरपुर मौजा, फिंगलास पंचायत के नरहा, सीताराम चकला और दौलतपुर पंचायत के विशनपुर दौलत मौजा, प्रतापगंज के दो मौजा श्रीपुर, गोविंदपुर और छातापुर के चार मौजा कलिकापुर, डोररा, क्योला और भीमपुर है जहां से होकर ये एक्सप्रेस-वे गुजरेगा। जिसमें लगभग 281.4802 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण होगी। जिसे लेकर राघोपुर अंचलाधिकारी सहित संबंधित अंचलाधिकारी को अलाइनमेंट वाली प्लॉट वेरिफिकेशन करने का निर्देश दिया गया है। Diabetes,Diabetes Symptoms,Diabetes Signs,Diabetes Risk Factors,Diabetes Warning Signs,Diabetes Early Signs,Diabetes Early Symptoms,Pre-Diabetes Signs,
एक्सप्रेस-वे के निर्माण से होंगे कई फायदे
गोरखपुर-सिल्लीगुड़ी एक्सप्रेस-वे के निर्माण से बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों को आवागमन में आसानी होगी, आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी और जमीन की कीमतों में भी वृद्धि होगी। इससे किसानों की आय में वृद्धि होगी और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
मालूम हो कि गोरखपुर-सिल्लीगुड़ी एक्सप्रेस-वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक महत्वपूर्ण योजना है जो गोरखपुर को सिल्लीगुड़ी से जोड़ेगा और इससे उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जाना आसान हो जाएगा। एक्सप्रेस-वे के निर्माण से बिहार और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जमीन की कीमत बढ़ेगी। इससे लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे और आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी।
 |