Tata Motors Demerger फाइनल फेज में, कब होगी लिस्टिंग और क्या होगा कंपनी का नया स्ट्रक्चर? ये रही पूरी टाइमलाइन
Tata Motors Demerger: टाटा मोटर्स के लंबे समय से चल रहे कॉरपोरेट री-स्ट्रक्चरिंग प्रोसेस का आखिरी चरण शुरू हो गया है। कंपनी ने अपने शेयरधारकों के डिमैट अकाउंट में नई कंपनी टाटा मोटर्स कमर्शियल व्हीकल्स लिमिटेड (TMLCV) के शेयर जारी कर दिए हैं। ये शेयर 16 अक्टूबर 2025 को क्रेडिट हुए हैं, लेकिन अभी ट्रेडिंग के लिए फ्रीज हैं। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
डीमर्जर 1 अक्टूबर 2025 से कानूनी रूप से प्रभावी हो गया था। इसके बाद टाटा मोटर्स अब दो अलग-अलग लिस्टेड कंपनियों में बंट गई है। पहली कमर्शिलय व्हीकल्स (CV) बिजनेस के लिए और दूसरी पैसेंजर व्हीकल्स (PV), जिसमें इलेक्ट्रॉनिक्स व्हीकल्स (EV) और जगुआर लैंडरोवर (JLR) शामिल हैं।
1:1 अनुपात में शेयर अलॉटमेंट
कंपनी के कंपोजिट स्कीम ऑफ अरेंजमेंट के तहत, 14 अक्टूबर 2025 की रिकॉर्ड डेट तक जिनके पास टाटा मोटर्स के शेयर थे, उन्हें हर 1 शेयर पर TMLCV का 1 शेयर मिलेगा। यानी अगर किसी निवेशक के पास 100 टाटा मोटर्स के शेयर हैं, तो अब उसके पास 100 टाटा मोटर्स CV और 100 टाटा मोटर्स PV शेयर होंगे। इसे लेकर टाटा मोटर्स ने कहा कि सभी शेयरधारकों की हिस्सेदारी दोनों कंपनियों में समान रहेगी, यानी किसी की ओनरशिप में कोई बदलाव नहीं होगा।
नवंबर-दिसंबर में लिस्टिंग संभव
कंपनी के मुताबिक, TMLCV शेयरों की लिस्टिंग के लिए BSE और NSE में आवेदन दे दिया गया है। आमतौर पर इस प्रक्रिया में 45-60 दिन लगते हैं। ऐसे में मार्केट एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि TMLCV के शेयर नवंबर के आखिर या दिसंबर 2025 की शुरुआत में लिस्ट हो सकते हैं।
- रिकॉर्ड डेट- 14 अक्टूबर 2025
- पात्रता रेशियो- 1:1
- डीमेट क्रेडिट डेट- 16 अक्टूबर 2025
- ट्रेडिंग स्टेटस- शेयर फिलहाल फ्रीज हैं। अभी तक ट्रेडिंग योग्य नहीं हैं।
- अनुमानित लिस्टिंग डेट- नवंबर अंत या फिर शुरू दिसंबर 2025
- कैपिटल इंपैक्ट- किसी कमजोरीकरण या नकद व्यय की आवश्यकता नहीं।
\“नए फोकस और ग्रोथ का मौका\“
इस डिमर्जर में निवेशकों को न तो कोई कैश देना है, न ही पुराने शेयर सरेंडर करने हैं। 1:1 अनुपात में शेयर मिलने से किसी की हिस्सेदारी घटेगी नहीं। टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन का कहना है कि यह डीमर्जर हमारे ट्रांसफॉर्मेशन जर्नी का अगला कदम है। इससे दोनों बिजनेस यूनिट्स अपने-अपने मार्केट पर बेहतर फोकस कर पाएंगी और शेयरहोल्डर्स के लिए ज्यादा वैल्यू क्रिएट होगी।
डीमर्जर के बाद अब टाटा मोटर्स लिमिटेड सिर्फ कमर्शियल व्हीकल बिजनेस संभालेगी, जबकि टाटा मोटर्स पैसेंजर्स व्हीकल्स लिमिटेड पीवी, ईवी और जेएलआर बिजननेस की जिम्मेदारी संभालेगी। |