बाल आश्रम की छत तोड़कर नाबालिग हुआ फरार, केस दर्ज। फाइल फोटो
संवाद सहयोगी, नारायणगढ़ (अंबाला)। राधा कृष्णा बाल आश्रम, शिव कॉलोनी नारायणगढ़ से एक नाबालिग फरार हो गया। बाल आश्रम के अधीक्षक राजिंद्र सिंह रावत की शिकायत पर थाना नारायणगढ़ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
22 सितंबर की सुबह करीब 4:30 बजे 15 वर्षीय नाबालिग जोकि बाजपुर कुमरिखा, थाना कटरा, जिला सहजानपुर (उत्तर प्रदेश) का रहने वाला था वह आश्रम की छत तोड़कर भाग गया था। घटना के चार दिन बाद भी पुलिस को अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
अध्यक्ष राजिंद्र सिंह रावत ने बताया कि नाबालिग बाथरूम की फाइबर की छत तोड़कर पहले पड़ोसी के मकान की छत पर चढ़ा और वहां से फरार हो गया। कर्मचारियों ने आसपास तलाश की, लेकिन वह नहीं मिला। बतौर राजिंद्र रावत उन्हें इस बात का जरा भी अहसास नहीं था कि बच्चा बाथरूम की छत तोड़कर भी फरार हो सकता है। बाल आश्रम में कुल 12 बच्चे रहते हैं।gorakhpur-city-general,Gorakhpur News,Gorakhpur Latest News,Gorakhpur News in Hindi,Gorakhpur Samachar,meet,Gorakhpur News,Gorakhpur Latest News,Gorakhpur News in Hindi,Gorakhpur Samachar,DM Gorakhpur,Gorakhpur development projects,Roadside plantation care,Gorakhpur city beautification,Government Official meet,Gorakhpur infrastructure,Uttar Pradesh news
पहले भी कई बार घर से भी फरार हो चुका है बच्चा नाबालिग भागने का आदी है। वह पहले भी कई बार घर से भाग चुका है। परिजनों ने उसे जहां भी छोड़ा वह वहां से भी भाग गया। यहां भी उसे दो दिन पहले ही उसके परिजन छोड़कर गए थे और वह पहले दिन से भागने की कोशिश करता था। रावत ने बताया कि पूछताछ पर वह कहता था कि घूमने-फिरने में अच्छा लगता है, वह कभी स्कूल भी नहीं टिका।
कई जगह से परिजन तलाशकर ला चुके थे घर इससे पहले भी उसके परिजन कई बार दिल्ली, लखनऊ और हरिद्वार से उसे वापस लाते रहे हैं। अधीक्षक रावत के अनुसार, बच्चे के पिता राजमिस्त्री हैं और उन्होंने साफ कह दिया था कि वह अब बाल आश्रम से बेटे को लेने नहीं आएंगे, क्योंकि वह बार-बार घर से भाग जाता है।
आश्रम प्रशासन का कहना है कि बच्चा नशे का आदी था और मांगकर खाने की आदत भी रखता था। फिलहाल नारायणगढ़ थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर बच्चे की तलाश शुरू कर दी है। आश्रम प्रबंधन के अनुसार बच्चे के अभिभावक अभी भी उनके पास नहीं आए।
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