तमिलनाडु भगदड़ मामले में DGP ने क्या कहा? (फोटो- एएनआई)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शनिवार को करूर में विजय की तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) द्वारा आयोजित एक राजनीतिक रैली में भगदड़ मच गई। इस हादसे में कम से कम 39 लोगों की जान गई है। वहीं, 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनका उपचार अस्पताल में चल रहा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पुलिस ने करूर में हुए इस हादसे की जांच शुरू कर दी है। इस बीच तमिलनाडु के शीर्ष पुलिस अधिकारी जी. वेंकटरमन का बयान सामने आया है। उन्होंने बताया कि अभिनेता-राजनेता विजय के रैली में पहुँचने में सात घंटे की देरी के कारण समर्थकों की बेकाबू भीड़ उमड़ पड़ी।
उम्मीद से अधिक लोग पहुंचे
जी. वेंकटरमन ने शनिवार देर रात को एक इस हादसे को लेकर एक पीसी की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बताया कि आयोजकों ने 10,000 लोगों की अपेक्षित संख्या बताई थी, लेकिन लगभग 27,000 लोग ही आए। उन्होंने बताया कि रैली के लिए 500 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे। टीवीके की पिछली रैलियों में कम भीड़ होती थी, लेकिन इस बार उम्मीद से कहीं ज्यादा लोग जुटे।
विजय के आने में भी हुई देरी
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि टीवीके ने अपने एक्स हैंडल पर बताया था कि विजय दोपहर 12 बजे तक सभा स्थल पर पहुंचेंगे। तय कार्यक्रम के तहत लोग सभा स्थल आने शुरू हो गए। उन्होंने बताया कि रैली के लिए दोपहर 3 बजे से रात 10 बजे के बीच अनुमति ली गई थी।
भगदड़ की असली वजह पर क्या कहा?
राज्य के डीजीपी जी. वेंकटरमन ने कहा कि चूंकि रैली की अनुमति दोपहर 3 बजे से रात 10 बजे की ली गई। वहीं, सोशल मीडिया पर कहा गया कि रैली 12 बजे शुरू होगी। ऐसे में 11 बजे से ही सभा स्थल पर लोगों का आना शुरू हो गया। खुद विजय शाम 7.40 बजे आए। तपती धूप में लोगों के पास पर्याप्त भोजन और पानी नहीं था। वहीं, उन्होंने बताया कि यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि भगदड़ की असली वजह क्या थी।
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करूर भगदड़ पर क्या बोले विजय?
शनिवार को मची भगदड़ पर तमिलगा वेत्री कझगम के मुखिया विजय का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि करूर भगदड़ के बाद उनका दिल टूट गया है और उन्हें असहनीय दर्द हो रहा है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि मैं करूर में जान गंवाने वाले अपने प्यारे भाइयों और बहनों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना और सहानुभूति व्यक्त करता हूं। मैं अस्पताल में इलाज करा रहे लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
न्यायिक जांच आयोग का होगा गठन
गौरतलब है कि ये पहली बार नहीं है, जब टीवीके की रैलियों में बार-बार नियमों का उल्लंघन देखा गया है। रोड शो पर प्रतिबंध के बावजूद, विजय का कार्यक्रम स्थलों तक का सफ़र लगभग रोड शो में बदल गया और सैकड़ों कार्यकर्ता उनके काफिले में शामिल हो गए।
इस हादसे की जांच के लिए तमिलनाडु के सीएम एके स्टालिन ने एक न्यायिक आयोग का गठन करने की घोषणा की है। सेवानिवृत्त न्यायाधीश अरुणा जगदीशन की अध्यक्षता में गठित ये आयोग जांच करेगा कि क्या पुलिस ने रैली के पैमाने को कम करके आंका था, या क्या विजय का देरी से पहुंचना भीड़ को बढ़ाने के लिए एक जानबूझकर की गई रणनीति थी।
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