टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। पिछले कुछ सालों से आनलाइन पढ़ाई, वीडियो कॉलिंग और वर्क फ्राम होम की वजह से टैबलेट की मांग काफी बढ़ गई है। अब तो बच्चे भी टैबलेट पर क्लास करते हैं और प्रोफेशनल लोग इससे ईमेल, डाक्यूमेंट और डिजाइनिंग का काम करते हैं। बाजार में आज बहुत सारे टैबलेट मॉडल्स उपलब्ध हैं- कुछ सस्ते, कुछ महंगे, कुछ सिर्फ पढ़ाई के लिए तो कुछ काम और गेमिंग के लिए हैं। इतने सारे विकल्पों में सही टैबलेट चुनना आसान नहीं होता है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
क्या आपको टैबलेट की जरूरत है?
सबसे पहले खुद से यही सवाल पूछें। यह न तो पूरी तरह लैपटॉप है और ना ही मोबाइल। अगर सिर्फ इंटरनेट मीडिया, फिल्में देखने या ऑनलाइन क्लास के लिए डिवाइस चाहिए तो यह सही रहेगा, लेकिन एडिटिंग या कोडिंग जैसे भारी सॉफ्टवेयर पर काम करना है तो लैपटॉप ही बेहतर विकल्प रहेगा।
टैबलेट के अलग-अलग सिस्टम
एंड्रायड सिस्टम: बाजार में सबसे ज्यादा एंड्रायड पर चलने वाले टैबलेट हैं। ये हर रेंज में मिल जाते हैं- सस्ते से लेकर महंगे तक। इसमें एप्स, गेम्स और सेटिंग्स बदलने की आजादी होती है। सस्ते टैबलेट्स में सॉफ्टवेयर अपडेट और परफार्मेंस में कभी-कभी दिक्कत हो सकती है।
एपल आइपैड सिस्टम: ये भरोसेमंद व लोकप्रिय माने जाते हैं। सिस्टम बहुत स्मूथ चलता है और बैटरी बैकअप भी अच्छा होता है। प्रो और एयर सीरीज के आइपैड पावरफुल हैं, वे कई मामलों में लैपटॉप को भी रिप्लेस कर सकते हैं, लेकिन इनकी कीमत ज्यादा है और एंड्रायड की तुलना में एप्स व कस्टमाइजेशन सीमित।
विडोज सिस्टम: इन पर वर्ड, एक्सेल, पावरपॉइंट, फोटोशॉप जैसे प्रोग्राम चला सकते हैं।
टैबलेट खरीदते समय किन बातों पर ध्यान दें?
डिस्प्ले और विजुअल क्वालिटी: इनमें 2.5के से लेकर 3के या उससे भी ज्यादा रिजॉल्यूशन मिल रहा है, जिससे वीडियो और गेमिंग का अनुभव शानदार हो जाता है। इनका रिफ्रेश रेट 120 हरटर्ज रिफ्रेश रेट या 144 हर्ट्र्ज तक है, जिससे स्क्रॉलिंग सहज लगती है।
तेज और स्मार्ट प्रोसेसर: आइपैड एयर में एम4- एम5 चिप और एंड्रायड टैबलेट्स में स्नैपड्रैगन 8 जेन 3 जैसे चिपसेट देखने को मिल रहे हैं। इससे वीडियो एडिटिंग, डिजाइनिंग और मल्टीटास्किंग आसानी से कर सकते हैं।
बेहतर आडियो और कैमरा: इनमें क्वाड-स्पीकर सिस्टम व डाल्बी एटमोस साउंड सपोर्ट आम है। कई टैबलेट्स में 12एमपी या 13एमपी के फ्रंट और रियर कैमरे दिए जा रहे हैं।
एक्सेसरी और उपयोगिता: कीबोर्ड और स्टायलस (पेन) सपोर्ट के कारण इन्हें छोटे लैपटॉप की तरह उपयोग किया जा सकता है।
कनेक्टिविटी और बैटरी: अब ज्यादातर टैबलेट्स में 5जी नेटवर्क सपोर्ट, वाई-फाई 6 या वाई-फाई 7 जैसी तेज कनेक्टिविटी दी जा रही है। साथ ही 10,000 एमएएच की बैटरी और फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी भी अब आम हो चुकी है।
सॉफ्टवेयर और AI फीचर्स: नोट लेने, ट्रांसलेशन और मल्टी-विंडो सपोर्ट जैसे फीचर्स से यूजर को लैपटॉप जैसा अनुभव मिलता है।
रैम और स्टोरेज: अगर आप भारी फाइल्स या मल्टीटास्किंग करते हैं तो कम से कम 8 जीबी रैम और 128 जीबी स्टोरेज वाला मॉडल लें। कुछ टैबलेट्स में स्टोरेज बढ़ाने के लिए मेमोरी कार्ड स्लॉट भी मिलता है।
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