चापापुर ओसीपी में चाल गिरने से अवैध कोयला खनन कर रहे एक युवक की मौत। (जागरण)
संवाद सूत्र, निरसा। ईसीएल मुगमा क्षेत्र अंतर्गत चापापुर ओसीपी में शनिवार को अवैध कोयला खनन के दौरान चाल गिरने से एक युवक की मौत हो गई, जबकि एक युवक घायल हो गया।
हालांकि, ईसीएल प्रबंधन और पुलिस ने घटना से इन्कार किया है। मगर घटनास्थल पर घायल युवकों के गमछा व चप्पल तथा कोयला काटने का गैंता इस बात की गवाही दे रहा है की घटना घटी है।
यह है मामला
प्रतिदिन की भांति शनिवार को भी कुछ लोग चापापुर ओसीपी में कोयले का अवैध खनन कर रहे थे। इसी दौरान ऊपर से चाल धंस गई और इसकी चपेट में कोयला काट रहे दो युवक आ गए। एक युवक की कमर टूट गई है तथा एक युवक का पैर टूट गया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
गोपालंगज गांव के रहने वाले दोनों घायलों को कोयला खनन कर रहे अन्य लोगों ने खदान से निकालकर मोटरसाइकिल से धनबाद के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले गए। जहां इलाज के दौरान गोस्वामी नामक युवक की मौत हो गई, जबकि घायल धीवर का इलाज चल रहा है। इस घटना के संबंध में गांववाले कुछ भी नहीं बोल रहे हैं।muzaffarpur-general,Muzaffarpur news, Muzaffarpur boat accident, Bihar boat accident, Budhi Gandak River accident, Missing persons Muzaffarpur, Sivaipatti boat capsizing, Muzaffarpur tragedy, Boat accident rescue operation, Bihar news today, Muzaffarpur latest news,Bihar news
10 सितंबर को एक युवक की गई थी जान तथा दो युवक हुए थे घायल
चापापुर ओसीपी में अगर अवैध कोयला खनन के दौरान 10 सितंबर को मलवा की चपेट में आने के कारण तालबेड़िया के एक आदिवासी युवक की घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी, जबकि दो युवक घायल हो गए थे। इस घटना के बाद भी निरसा पुलिस व ईसीएल प्रबंधन कोयला चोरी रोकने की दिशा में कोई पहल नहीं की।
झारखंड तो छोड़ दीजिए बंगाल की दर्जनों पिकअप वैन चल रही कोयला चोरी में
निरसा क्षेत्र में कोयला चोरी धड़ले से चल रहा है। झारखंड नंबर के रजिस्ट्रेशन की पिकअप वैन की बात तो छोड़ दीजिए पश्चिम बंगाल के रजिस्ट्रेशन नंबर की दर्जनों पिकअप वैन निरसा क्षेत्र में धड़ल्ले से कोयला चोरी में चल रही हैं। परंतु इस दिशा में ना तो जिला परिवहन विभाग और ना ही पुलिस प्रशासन के लोग सक्रियता दिखा रहे हैं।
दो जून रोटी के लालच में कब तक जान गंवाते रहेंगे मजदूर
दो जून रोटी के लिए मजदूर अवैध खनन करते हैं तथा अपनी जान गंवा देते हैं। वहीं मजदूरों द्वारा अवैध रूप से काटे गए कोयले से कई सफेद पोश लोग मालामाल हो रहे हैं तथा चमचमाती गाड़ियों में घूम रहे हैं। जान गंवाने के बावजूद मजदूर के स्वजन ना तो खुलकर रो सकते हैं और ना ही किसी से शिकायत कर सकते हैं।
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