प्रेमिका से मिलकर दिल्ली जाने की फिराक में था हत्यारोपित
जागरण संवाददाता, कन्नौज। महिला की हत्या कर डकैती को अंजाम देने वाला सूरज कश्यप बलरामपुर और लखनऊ में छिपा रहा। तिर्वा कस्बा में वह प्रेमिका से मिलकर दिल्ली के लिए बाइक से निकला था।
इसकी भनक लगते ही पुलिस ने कई संपर्क मार्ग पर चेकिंग शुरू कर दी। गाजियाबाद-कानपुर ग्रीनफील्ड हाईवे पर चढ़ने से पूर्व ही संपर्क मार्ग पर उसे घेर लिया। इसके बाद हुई मुठभेड़ में उसे घायल कर गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की गिरफ्त में आए सूरज कश्यप ने ही अपने ससुर जसवंत उर्फ पंकज के साथ मिलकर डकैती की योजना बनाई थी। वारदात के बाद नकदी और जेवर सूरज के पास थे। वह लखनऊ के ठाकुरगंज के संगम सिटी इलाके में वह ससुर के साथ एक करीबी के घर छिपा रहा। इसके बाद दोनों बलरामपुर पहुंचे थे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पुलिस लगातार दोनों की तलाश में जुटी थी। तिर्वा कस्बा के फगुआ भट्ठा में सूरज कश्यप की एक प्रेमिका रहती है। करीब एक साल से उसका प्रेम-प्रसंग चल रहा था। इससे शुक्रवार की सुबह वह प्रेमिका से मिलने के बाद फगुआ भट्ठा से नथापुर्वा गांव होते हुए करनपुर चौराहा से गाजियाबाद-कानपुर ग्रीनफील्ड हाईवे से जाना चाहता था।
प्रमुख मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरे की जद से बचने के लिए उसने गांव के संपर्क को मार्ग को पकड़ा था। पुलिस को इसकी भनक लगी, तो चेकिंग कर उसे गिरफ्तार कर लिया। सीओ अभिषेक प्रताप अजेय ने बताया कि सूरज को जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। होश में आने के बाद पूछताछ की जाएगी।
दोस्त के खाते में जमा किए 50 हजार
सूरज कश्यप ने लखनऊ में रहने वाले अपने एक दोस्त के खाते में 50 हजार रुपये जमा किए थे। पुलिस ने बैंक डिटेल निकाल कर खाते में डाले गए रुपये होल्ड कराए हैं। एसपी विनोद कुमार ने बताया कि पीड़ित परिवार के सदस्यों को बुलाकर जेवर की कीमत के बारे में जानकारी की जाएगी।lakhimpur-khiri-general,lakhimpur Khiri news,dhan procurement policy 2025-26,minimum support price MSP,lakhimpur khiri,uttar pradesh dhan kharid,food corporation of india,rice procurement target,kharif marketing season 2025-26,up news,uttar pradesh news,up news in hindi,Uttar Pradesh news
...हां यही है मम्मी का हत्यारा, यह अभी तक जिंदा क्यों है
मुठभेड़ के दौरान घायल सूरज कश्यप को पुलिस ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया। इसकी जानकारी मिलते ही कोमल और दीया उसे देखने जिला अस्पताल पहुंची। जैसे ही कोमल ने उसे देखा, तो वह चीख-चीख कर कहने लगी है... हां यही है मम्मी का हत्यारा। यह अभी तक जिंदा क्यों है। जेल से छूटकर उन लोगों की हत्या कर सकता है। इससे उन्हें अभी इंसाफ नहीं मिला है।
गोलियों की आवाज सुनकर दौड़ कर भागे किसान
पुलिस की सूरज कश्यप से मुठभेड़ हुई, तो चार गोलियां चलीं। गोलियों की आवाज सुनते ही आसपास खेतों में काम कर रहे किसान मौके पर पहुंचे। पुलिस ने तत्काल रास्ता बंद कर किसानों को लौटा दिया। मुठभेड़ के बाद मौके पर पहुंचे एसपी ने आईजी और डीआईजी को को सूरज की गिरफ्तारी की जानकारी दी।
आधा घंटे बाद पहुंची 112 डायल पीआरवी
मुठभेड़ स्थल पर भीड़ जमा हो गई। इससे कोतवाली प्रभारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने 112 डायल किया। काफी देर तक पुलिस नहीं पहुंची। इस दौरान डायल 112 प्रभारी का फोन भी रिसीव नहीं हुआ। फील्ड यूनिट टीम ने पहुंच कर साक्ष्य एकत्र किए। वहीं 112 डायल पीआरवी करीब आधा घंटे बाद पहुंची।
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