लापता डिजिटल मीडिया के पत्रकार का नहीं मिला कोई सुराग। Concept Photo
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। बीते नौ दिनों से लापता डिजिटल मीडिया के पत्रकार राजीव प्रताप का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। पुलिस अधीक्षक सरिता डोबाल ने घटनास्थल गंगोत्री क्षेत्र में पहुंचकर सर्च आपरेशन का जायजा लिया। इधर, लापता पत्रकार की पत्नी का कहना है कि उसके पति कई दिनों से परेशान थे। उन्हें कोई वीडियो डिलीट करने की धमकी दी जा रही थी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बता दें कि बीते 18 सितंबर की रात करीब 11:30 बजे बाद से डिजिटल मीडिया के पत्रकार राजीव प्रताप गंगोरी क्षेत्र से लापता चल रहे थे। वह अपने एक दोस्त की कार मांग कर ले गये थे, जो कि अगले दिन भागीरथी नदी में स्यूंणा गांव के सामने गिरी मिली थी।
मामले में लापता पत्रकार के स्वजनों ने बीते शुक्रवार शाम को कोतवाली उत्तरकाशी में गुमशुदगी दर्ज कराई। नियमानुसार कोतवाली पुलिस ने इस गुमशुदगी को चौबीस घंटे बाद ही अपहरण की धाराओं में तब्दील किया। स्वजनों ने भी लापता पत्रकार के अपहरण की आशंका जतायी थी।Indian auto sector,GST rate cut impact,rural demand boost,automobile sales recovery,Mahindra Mahindra target price,Maruti Suzuki sales increase,SUV segment growth,tractor sales outlook,vehicle loan EMI reduction,automotive sector growth
राजीव की पत्नी मुस्कान का कहना है कि उनकी अपने पति से रात 11 बजे हुई थी। उनके बाद से उसका अपने पति से कोई संपर्क नहीं हो पाया। बताया कि उन्होंने पिछले कुछ दिनों से परेशान होने की बात बताई थी।
इधर,पत्रकार के लापता व अपहृत की आशंका पर पुलिस खोजबीन में जुटी हुई है। एसडीआरएफ की डीप डाइविंग टीम समेत एनडीआरएफ की टीम नदी में सर्च आपरेशन चला रही है। वहीं, उत्तरकाशी व मनेरी कोतवाली की टीम सीसीटीवी फुटेज खंगालने व पत्रकार से अंतिम बार मिलने वाले व संपर्क करने वालों से पूछताछ में जुटी हुई है।
उत्तरकाशी कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर भावना कैंथोला ने बताया कि एसपी ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर सर्च आपरेशन का जायजा लिया। लापता पत्रकार की पत्नी के बयान के आधार पर भी मामले में जांच की जा रही है।
 |