फारेक्स ट्रेडिंग धोखाधड़ी में ईडी ने उत्तर प्रदेश के एजेंट को गिरफ्तार किया है। प्रतीकात्मक फोटो
जागरण संवाददाता, मंडी। Forex Trading Scam, फारेक्स ट्रेडिंग धोखाधड़ी में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के चंडीगढ़ जोनल कार्यालय ने उत्तर प्रदेश के एजेंट नवाब हसन को धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 के तहत गिरफ्तार किया है। न्यायालय ने उसे नौ दिन के रिमांड पर भेजा है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
नवाब हसन पर आरोप है कि वह क्यूएफएक्स, वाईएफएक्स, बाटब्रो, बाटअल्फा, क्रासअल्फा, माइनक्रिप्टो जैसे रोबोट, एआइ बाट आधारित फारेक्स ट्रेडिंग धोखाधड़ी के जरिए आम लोगों से भारी निवेश जुटाकर दुबई भेजने में अहम भूमिका निभा रहा था।
ईडी की जांच में सामने आया है कि यह पिरामिड धोखाधड़ी हिमाचल, मध्य प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश व असम सहित कई राज्यों में फैला है। पांच से छह प्रतिशत तक मासिक मुनाफा देने के नाम पर निवेश जुटाया जाता था। निवेश के बाद आइडी डिलीट कर दी जाती थी, कुछ महीनों में भुगतान रुक जाता था। जुटाया गया पैसा दुबई में संपत्तियां खरीदने पर लगाया जाता था।
10 हजार से अधिक निवेशक थे संपर्क में
नवाब ब्लू डायमंड एग्जीक्यूटिव रैंक का सीनियर फील्ड लीडर था। उसके नेटवर्क में 10,000 से अधिक निवेशक थे। वह दुबई स्थित मास्टरमाइंड लविश चौधरी से मिलकर काम करता था। जांच में सामने आया कि प्लेटफार्म पर असली फारेक्स ट्रेडिंग नहीं होती थी, निवेशकों के डैशबोर्ड पर सिर्फ काल्पनिक बकाया दिखाया जाता था। नवाब दुबई बार-बार जाता रहा था। लविश चौधरी के साथ जूम मीटिंग में भी शामिल हुआ था। उसके घर से 94.23 लाख रुपये की अवैध कमाई बरामद हुई है।
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29 बैंक खाते व संपत्तियां अटैच
ईडी इससे पहले 17 सितंबर को पंजाब के मुख्य एजेंट हरिंदर पाल सिंह को गिरफ्तार कर चुकी है। वित्तीय खुफिया आदेश के तहत 26 अगस्त को क्यूएफएक्स ट्रेड लिमिटेड, एनपे बाक्स प्राइवेट लिमिटेड, कैप्टर मनी साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, रेननेट टेक्नोलाजी प्राइवेट लिमिटेड, किंडेंट बिजनेस साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड, मूल बिजनेस साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड 8 टाइगर डिजिटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड सहित कई कंपनियों के 29 बैंक खातों व संपत्तियों को अटैच किया जा चुका है।
मंडी में दर्ज केस के आधार पर हुई कार्रवाई
पीएमएलए की धारा 19(1) के तहत हुई यह गिरफ्तारी ईडी को अपराध से अर्जित पूरे धन की ट्रेल पकड़ने, शेष लाभार्थियों की पहचान करने और आगे की मनी लांड्रिंग रोकने में मदद करेगी। यह कार्रवाई मंडी जिले के बल्ह थाना में 2024 को दर्ज केस के आधार पर हुई है। ईडी की इस पहल के बाद दुबई भाग चुके मुख्य आरोपित राजेंद्र सूद, विनीत कुमार व सुखदेव पर जल्द शिकंजा कसने की उम्मीद है। तीनों मंडी जिले के रहने वाले हैं। पांच राज्यों के हजारों निवेशकों से 400 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की है।
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