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UAE Visa Suspension 2025: अमेरिका की ओर से H-1 बी वीजाफीस बढ़ाने से भारतीय नागरिक वहां नौकरी करने से वैसे ही वंचित हो गए थे और अब खाड़ी देशों में भी हमारे लोगों के लिए नौकरियों के रास्ते बंद(Work Visa Ban UAE) हो गए हैं। यूएई ने हाल ही में सुरक्षा और आव्रजन नियमों में बदलाव करते हुए इन देशों के नागरिकों के लिए टूरिस्ट और वर्क वीजा आवेदन अस्थायी रूप से बंद (UAE Visa Suspension) कर दिए हैं। इस फैसले का उद्देश्य देश की सुरक्षा को मजबूत बनाना और आव्रजन प्रक्रिया को बेहतर बनाना बताया गया है। इस नई नीति के तहत 2026 तक वीजा आवेदन पर रोक रहेगी। इस प्रतिबंध में भारत, पाकिस्तान, केन्या, अफगानिस्तान, अल्जीरिया, बांग्लादेश, सिएरा लियोन,श्रीलंका, तुर्की और यमन के नागरिक शामिल हैं। ये देश यूएई के लिए महत्वपूर्ण स्रोत देश हैं, जहां से हर साल कई लोग काम करने या पर्यटन के लिए यूएई आते हैं। अब इस फैसले के कारण इन देशों के लोगों को यूएई जाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। 
 
 
 
इस फैसले से किसे सबसे ज्यादा नुकसान होगा ? 
 
 
 
 
सबसे ज्यादा असर उन प्रवासियों पर पड़ेगा जो यूएई में पहले से काम कर रहे हैं और अपने परिवार या दोस्तों को बुलाने की योजना बना रहे थे। वीजा आवेदन पर रोक के कारण उनकी उम्मीदें ठंडे पानी जैसी हैं। इसके अलावा नौकरी की तलाश में यूएई आने वाले युवाओं को भी यह फैसला निराश कर सकता है। 
 
 
 
यूएई सरकार का पक्ष क्या है ? 
 
 
 
 
यूएई प्रशासन ने बताया है कि यह कदम देश की सुरक्षा और आव्रजन प्रबंधन को सुधारने के लिए उठाया गया है। उनका कहना है कि नई वीजा नीति 2026 तक लागू रहेगी और इस दौरान वे आव्रजन प्रक्रिया को और मजबूत करेंगे। सरकार का मकसद देश में कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाना और गैर कानूनी आव्रजन को रोकना है। 
 
 
 
प्रभावित लोग क्या कर सकते हैं ? 
 
 
 
 
जो लोग इन नौ देशों के नागरिक हैं और यूएई में आना चाहते हैं, उन्हें फिलहाल इंतजार करना होगा। यूएई 2026 तक नई नीति लागू करेगा, तब तक इस दिशा में कोई बदलाव नहीं होगा। प्रभावित लोग दूसरे देशों के विकल्प तलाश सकते हैं या यूएई के नियमों के अपडेट का इंतजार कर सकते हैं। 
 
 
 
यूएई की अर्थव्यवस्था पर क्या असर पड़ेगा ? 
 
 
 
 
यूएई की अर्थव्यवस्था में प्रवासी कामगारों की बड़ी भूमिका है। इसलिए नौ देशों के लोगों के वीजा बंद होने से कामगारों की कमी हो सकती है, जो कई सेक्टरों को प्रभावित कर सकती है। खासकर निर्माण, हॉस्पिटैलिटी और सेवा क्षेत्रों में नई भर्ती पर असर पड़ेगा। इसके अलावा, पर्यटन क्षेत्र भी इस फैसले से प्रभावित हो सकता है क्योंकि पर्यटकों की संख्या कम हो सकती है। 
 
 
 
यूएई में भारतीयों की तादाद 
 
 
 
 
यूएई में भारतीय प्रवासियों की संख्या लगभग 30 लाख है, जो वहां की कुल आबादी का एक बड़ा हिस्सा हैं। सबसे ज्यादा भारतीय दुबई में लगभग 15 लाख से ज्यादा हैं।जबकि अबू धाबी में करीब 8 लाख और शारजाह में करीब 3 से 4 लाख भारतीय रहते हैं। 
 
 
 
इन दे देशों के लाखों लोगों के रोजगार सपना बने 
 
 
 
 
बहरहाल यूएई की यह नई वीजा नीति सुरक्षा और आव्रजन सुधारों को ध्यान में रखकर बनाई गई है। हालांकि, इससे इन दे देशों के लाखों लोगों के रोजगार और यात्रा के सपनों को ठेस लगी है। आने वाले वर्षों में स्थिति में सुधार की उम्मीद की जा रही है, लेकिन फिलहाल इस नीति के तहत वीजा आवेदन पर रोक जारी रहेगी। 
 
 
 
 
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