हाईवे पर चौड़ीकरण के कार्य के लिए काटे जा रहे पेड़।- जागरण
जागरण संवादाता, बदायूं। बरेली-मथुरा हाईवे का चौड़ीकरण कर इसे सिक्सलेन किया जा रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा इसका कार्य चार चरण में किया जा रहा है। इसके दो चरण में तीसरा चरण पूरी तरह से बदायूं में ही है, जबकि चौथे चरण का बड़ा हिस्सा बदायूं में है। तीसरे चरण का कार्य इन दिनों चल रहा है। जिसमें जमीन अधिग्रहण का कार्य पूरा कर अब पेड़ कटान का काम किया जा रहा है। वहीं, अब एनएचएआई ने चौथे चरण पर भी काम शुरू कर दिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इसके तहत भूमि अधिग्रहण किया जाना शुरू कर दिया गया है। जिसमें कुल 58 करोड़ रुपये का मुआवजा किसानों को दिया जाना है, जिसमें से अब तक 40 प्रतिशत किसानों को मुआवजा दिया जा चुका है। शेष को मुआवजा देने का काम जारी है। एनएचएआई के अधिकारियों का दावा है कि दो माह के अंदर चौथे चरण का कार्य भी गति पकड़ेगा।
जिले के विकास को गति देने वाला बरेली मथुरा हाईवे को सिक्सलेन किए जाने के कार्य ने अब तेजी पकड़ ली है। जिले में दो हिस्सों में काम होना है। इसमें कछला से बदायूं तक का हिस्सा जो इस कार्य के तीसरे चरण का हिस्सा है। उस पर काम तेजी से चल रहा है। वहीं बरेली-मथुरा हाईवे के चौड़ीकरण के चौथे चरण के कार्य को तेजी से शुरू कराने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
एनएचएआई से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि उनका पूरा प्रयास है कि 2026 तक तीसरे चरण का कार्य पूरा हो जाए। इसके साथ ही चौथे चरण की भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया और पेड़ों के कटान का कार्य भी पूरा हो जाए। इसके बाद 2027 के प्रथम तिमाही में ही चौथे चरण के निर्माण को बरेली के लिंक रोड से भी जोड़ दिया जाए। बताया कि चौथे चरण में कुल जिले में 13 गांव शामिल हुए हैं। इन गांव के 1655 किसानों की 31 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। इसके लिए 58 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाना है। जिसमें अब तक 16 करोड़ रुपये की धनराशि करीब 40 प्रतिशत किसानों को दी जा चुकी है।
इसे लेकर कुछ किसानों ने मुआवजा दिए बिना कार्य शुरू करने पर आक्रोश भी जताया था, जिस पर कार्य बंद करा दिया गया था। अब एनएचएआई की ओर से पूरी धनराशि प्रशासन को दी जा चुकी है। जिससे किसानों को अब धनराशि सीधे उनके खाते में पहुंचने लगी है। इससे उम्मीद है कि जल्द ही भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अब जल्द संपन्न हो जाएगी। जिले में इस सिक्सलेन के बनने के बाद से विकास के नए आयाम स्थापित होंगे। बरेली-मथुरा हाईवे के सिक्सलेन हाईवे बनने से मथुरा, आगरा जाने वालों को भी काफी सुविधा मिलेगी।
काटे जा रहे 9300 पेड़, चंदनपुर में रोपे जाएंगे नए पौधे
बरेली-मथुरा हाईवे के चौड़ीकरण का कार्य चरण में हो रहा है। इसमें कासगंज-हाथरस, हाथरस-मथुरा, कासगंज-बदायूं और बदायूं-बरेली के चरण शामिल हैं। इसमें समय तीसरे और चौथे चरण का कार्य चल रहा है। इसमें बदायूं से बरेली तक करीब 9300 पेड़ काटे जाएंगे। इसके लिए वन विभाग को एनओसी जुलाई में ही मिल गई थी। हालांकि इसके बाद तय हुआ कि इन पेड़ों को काटे जाने के बाद इनसे दस गुना अधिक पौधे चंदनपुर में लगाए जाएंगे। इसके लिए चंदनपुर गांव में 98 हेक्टेयर भूमि का भी मिल गई है। पेड़ों के कटान के साथ ही पौधे रोपने का कार्य भी शुरू कर दिया गया है।
आंकड़ों में समझें बरेली-मथुरा हाईवे
04 चरण में हो रहा बरेली-मथुरा हाईवे के चौड़ीकरण का कार्य
02 चरण के कार्य बदायूं के हिस्से में आता हैbhubanehwar-politics,PM Modi Odisha visit, Odisha railway projects, Jharsuguda railway infrastructure, Sambalpur rail flyover, Indian Railways development, Railway infrastructure Odisha, Narendra Modi Odisha, Sarala railway station, Sambalpur Jharsuguda rail section, Odisha economic development,Odisha news
56 किमी क्षेत्र में बदायूं में होगा काम
13 गांव हाईवे के दायरे में शामिल
1655 किसानों की जमीन होगी अधिग्रहण
31 हेक्टेयर जमीन का होगा अधिग्रहण
58 करोड़ रुपये कुल अधिग्रहण राशि
16 करोड़ रुपये की धनराशि दी जा चुकी
40 प्रतिशत किसानों की भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा
9300 पेड़ हाईवे पर काटे जाएंगे
98 हेक्टेयर भूमि पर चंदनपुर गांव में रोपे जाएंगे दोगुने पौधे
बरेली-मथुरा हाईवे के चौड़ीकरण का चौथे चरण का कार्य शुरू हो गया है। फिलहाल भूमि अधिग्रहण की जा रही है। यह प्रक्रिया पूरी होते ही कार्य में तेजी आएगी। फिलहाल तीसरे चरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इसमें पेड़ कटान का कार्य चल रहा है। जहां पेड़ कटते जा रहे हैं, वहां निर्माण कार्य भी शुरू किया जा रहा है। - उत्कर्ष शुक्ला, परियोजना निदेशक, एनएचएआई
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