जागरण संवाददाता, इटावा। दीपावली पर शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में इस बार जमकर पटाखों की बिक्री हुई। इस बार पांच करोड़ रुपये से अधिक का आतिशबाजी बाजार दीपावली पर्व पर रहा। स्थिति यह रही कि दीपावली के दिन तो देर रात तक शहर के नुमाइश ग्राउंड में लगे अस्थाई आतिशबाजी बाजार से लेकर ग्वालियर रोड, विचारपुरा, लुहन्ना, स्थित थोक दुकानों ही नहीं बल्कि शहर के विभिन्न चौराहों, तिराहों के साथ बाजारों में भी भीड़भाड़ वाले इलाकों तक में चारपाई, फड़ आदि पर छोटे-छोटे दुकानदारों ने नियमों को ताक पर रखकर पटाखे की बिक्री की। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जिससे पटाखों की फरोख्त का सिलसिला देर रात तक चलता रहा। दुकानों पर पटाखे खरीदने के लिए युवाओं से लेकर युवतियां भी खरीद-फरोख्त करते नजर आए। युवाओं को जहां स्काई शाट्स के साथ हैंडशाट, लैला मजनू, एवं राकेट खरीदे तो वहीं युवतियों एवं बच्चों ने अनार, चरखी के साथ कलरफुल फुलझड़ी से लेकर लांबा, पेंटा जैसे आसमानी शाट्स की खरीद-फरोख्त की।
रोशनी का पर्व दीपावली पर आतिशबाजी जमकर चलाई जाती है। पिछले कुछ सालों में जिस तरह से पटाखों पर रोक के कारण आतिशबाजी बाजार में नरमी देखी जा रही थी, तो वहीं इस बार जीएसटी में छूट के कारण पटाखों के दाम सस्ते रहने के कारण पटाखा बाजार खूब गर्म रहा।
एक महीने पहले से शहर में आबादी से दूर प्रशासन ने पटाखों की अनुमति दे दी थी। धनतेरस के बाद शहर समेत जिले में आठ प्रमुख स्थानों पर अस्थायी पटाखा बाजार लगाने की अनुमति भी प्रशासन की ओर से चार दिन के लिए दी गई।
कड़े नियम-शर्तों के साथ लगे आतिशबाजी बाजार में सोमवार को नियमों को ताक पर रखकर पटाखों की बिक्री हुई। यहां तक कि शहर के प्रमुख बाजारों में भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी युवक फड़ों पर सजाकर आतिशबाजी बेचते नजर आए। आखिर दिन करीब एक करोड़ के आतिशबाजी की बिक्री होने का अनुमान है। |