जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में अपात्र सेंध लगाना चाहते है। इसके लिए वह आवेदन कर रहे हैं। ऐसे 5,958 इस साल निरस्त किए जा चुके हैं। पूर्व में पीएम किसान योजना में बड़े स्तर पर अपात्रों को चिह्नित किया जा चुका है, इन अपात्रों में किसी आयकरदाता भी शामिल थे।
उप कृषि निदेशक राज जतन मिश्र ने बताया कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत तीन किस्तों में लाभार्थियों के खाते में छह हजार रुपये भेजे जाते हैं। योजना का पात्र बनने के लिए ऑनलाइन माध्यम से आवेदन करना होता है। आवेदनों की जांच ब्लाक स्तर, जिला स्तर और प्रदेश स्तर पर की जाती है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जिले में इस योजना के तहत 5,958 आवेदन इस साल निरस्त किए जा चुके हैं। इनमें से 2,328 आवेदन ब्लाक स्तर पर, 2,760 आवेदन जिला स्तर पर और 870 आवेदन प्रदेश स्तर से निरस्त किए गए हैं। उप कृषि निदेशक ने बताया कि पूर्व में जो आयकरदाता गलत तरीके से पीएम किसान सम्मान योजना का लाभ ले रहे थे, उनको चिह्नित कर रकम की वसूली के लिए नोटिस जारी किए गए।
अधिकतर आयकरदाताओं से उनको मिली पीएम किसान सम्मान निधि की रकम की वसूली की जा चुकी है। इसके अलावा कई ऐसे मामले अब सामने आए हैं, जिनमें एक ही परिवार के दो या उससे अधिक सदस्य भी योजना का लाभ ले रहे हैं।
ऐसे मामलों में अब केंद्र सरकार ने सत्यापन की जिम्मेदारी दी है। ऐसे लोगों के बैंकखातों में पीएम किसान सम्मान निधि की रकम भेजनी बंद कर दी गई है, सत्यापन में जो अपात्र मिलेंगे उनका नाम लाभार्थी की सूची से हटा दिया जाएगा। जिन अपात्रों के बैंकखातों में रकम पहले भेजी गई है, उनसे वसूली की जाएगी। |