शिक्षाविद् और कार्यकर्ता सोनम वांगचुक पर सीबीआई का शिकंजा (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, लद्दाख। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने लद्दाख के शिक्षाविद् और कार्यकर्ता सोनम वांगचुक द्वारा स्थापित एक संस्थान के खिलाफ विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम के कथित उल्लंघन की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों की ओर से गुरुवार को यह जानकारी दी गई है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
जानकारी के अनुसार, उन्होंने कहा कि कुछ समय से जांच चल रही है लेकिन अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। संपर्क करने पर सोनम वांगचुक ने पीटीआई-भाषा को बताया कि सीबीआई की एक टीम करीब 10 दिन पहले एक आदेश लेकर आई थी, जिसमें कहा गया था कि वे हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव्स लद्दाख (एचआईएएल) में कथित विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम (एफसीआरए) के उल्लंघन के संबंध में गृह मंत्रालय की शिकायत पर कार्रवाई कर रहे हैं।
इससे पहले लद्दाख को राज्य का दर्जा और छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन बुधवार को हिंसक हो गया था। इस हिंसा में चार लोगों की जान चली गई थी और 30 पुलिस व सीआरपीएफ जवानों समेत 70 लोग घायल हो गए थे।पद्रवियों ने भाजपा कार्यालय और लेह स्वायत्त विकास परिषद के कार्यालय में भी तोड़फोड़ कर आग लगा दी थी। इस दौरान करीब एक दर्जन वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए थे।Google Search Live in AI Mode, AI Mode, Search Live, Gemini, Google Search, Google, AI, Artificial Intelligence
उपद्रवियों पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज, आंसू गैस और कथित तौर पर फायरिंग का सहारा लिया था। पूरे जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है। हिंसा के बाद अनशन पर बैठे पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने अनशन समाप्त करने की घोषणा भी कर दी थी।
(समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ) |