हैदरपुर वेटलैंड में उड़ान भरता पल्लास गल पक्षी। सौजन्य : आशीष लोया
जागरण संवाददाता, बिजनौर। सर्दी की दस्तक हजारों किलोमीटर से विदेशी पक्षियों को हैदरपुर वेटलैंड में खींचने लगी है। प्रवासी पक्षियों ने हैदरपुर वेटलैंड में आना शुरू कर दिया है। पल्लास गुल पक्षी सबसे पहले हैदरपुर वेटलेंड में आ गए हैं। इसके अलावा कुछ और प्रजातियों के झुंड भी हैदरपुर वेटलैंड में दिखने लगे हैं। उम्मीद है कि अक्टूबर के अंत तक हैदरपुर वेटलैंड में लगभग सभी प्रजाति के पक्षी आ जाएंगे।
दरअसल, हैदरपुर वेटलैंड में पक्षियों का संसार बसता है। यहां देशी-विदेशी पक्षियों की लगभग 335 प्रजाति पाई जाती हैं। वैसे तो यहां पूरे साल ही पक्षियों का जमावड़ा रहता है, लेकिन खासतौर से ठंड के मौसम में विदेशों तक से पक्षी भोजन और आसरे की तलाश में हैदरपुर वेटलैंड में आ जाते हैं। यहां विदेशों से लगभग 200 प्रजाति के पक्षी आते हैं। इनमें से कई संकटग्रस्त प्रजाति भी हैं। मुख्य रूप से ये पक्षी रूस, मंगोलिया व यूरोप से आते हैं। इस समय वहां बर्फबारी होती है और बहुत ठंड होती है। वहां पक्षियों का रह पाना बहुत मुश्किल होता है। भोजन की तलाश और प्रजनन की जरूरत पक्षियों को हजारों किलोमीटर दूर हैदरपुर वेटलैंड में खींच लाती है। आमतौर पर अक्टूबर के अंत तक वेटलैंड में प्रवासी पक्षी आने शुरू होते हैं, लेकिन इस वर्ष अक्टूबर के पहले सप्ताह में ही प्रवासी पक्षियों के झुंड हैदरपुर वेटलैंड में दिखने लगे हैं। यहां पर पल्लास गल पक्षी सबसे पहले पहुंचा है। ये वेटलैंड में कई जगह से आते हैं। इनके अलावा यूरेशिनयन हाबी व ब्लू राक ट्रश भी यहां पर दिख रहे हैं। ये पक्षी मुख्य रूप से रूस से भारत में आते हैं। बर्ड वाचर आशीष लोया के अनुसार हैदरपुर वेटलैंड में अभी पक्षियों के बड़े झुंड नहीं दिखे हैं।
जल्दी बढ़ेगा कुनबा
हैदरपुर वेटलैंड हैदरपुर वेटलैंड में लगभग 335 प्रजाति के पक्षी दिखते हैं। इनमें से कई प्रजाति के पक्षी संकटग्रस्त हैं। इसके अलावा हैदरपुर वेटलैंड में बारहसिंघा, सांप, घड़ियाल, मगरमच्छ आदि भी मिलते हैं। यह बहुत महत्वपूर्ण स्थल है और रामसर साइट में गिना जाता है। हर वर्ष यहां एक दो नई प्रजाति दिख जाती हैं।
ज्ञान सिंह सहायक वन संरक्षक का कहना है कि हैदरपुर वेटलैंड में पक्षियों के संरक्षण के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। कई प्रजाति के पक्षी यहां पर हैं। मौसम थोड़ा और ठंडा होने पर यहां पर पक्षियों की प्रजाति बढ़नी शुरू हो जाएंगी। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें |