अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग। फाइल फोटो
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने चीन पर भी टैरिफ (US China Tariff War) का चाबुक चला दिया है। ट्रंप ने चीन पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने का एलान किया है, जिसपर चीन ने अमेरिका को करारा जवाब दिया है। चीन का कहना है कि वो टकराव से ज्यादा कूटनीति को प्राथमिकता देना चाहता है, लेकिन अगर हमें उकसाया गया तो हम जवाबी कार्रवाई करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए अमेरिका को दो टूक संदेश दिया है। चीन के अनुसार, “चीन का रुख साफ है। हम टैरिफ वॉर नहीं चाहते हैं, लेकिन हमें इससे डर भी नहीं लगता है।“
चीन ने क्या कहा?
चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा-
अगर अमेरिका इसी तरह की हरकतें करता रहा, तो चीन को भी अपनी सुरक्षा और अधिकार के लिए जरूरी कदम उठाना पड़ेगा।
चीन ने बातचीत से मामले को हल करने का संकेत दिया है। मगर, इसी के साथ ड्रैगन ने यह भी साफ कर दिया है कि वो अमेरिकी टैरिफ से डरने वाला नहीं है। चीन अपनी अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए बड़ा कदम उठाने से भी नहीं करताएगा।
1 नवंबर से लागू होगा टैरिफ
चीन का यह जवाब ट्रंप के टैरिफ के एलान के 2 दिन बाद सामने आया है। डोनल्ड ट्रंप ने चीनी पर 100 प्रतिशत का टैरिफ लगा दिया है, जो 1 नवंबर से लागू हो जाएगा। बता दें कि अमेरिका और चीन के बीच तनाव का बड़ा कारण रेयर अर्थ मिनरल है।
चीन-अमेरिका में क्यों शुरू हुई टैरिफ वॉर?
रेयर अर्थ मिनरल की वैश्विक सप्लाई चेन में चीन का अहम हिस्सा है। दुनिया के 70 प्रतिशत रेयर अर्थ मिनरल का खनन और 90 प्रतिशत प्रोसेसिंग का काम चीन में होता है। चीन ने हाल ही में रेयर अर्थ मिनरल के निर्यात के नियमों में बदलाव किया है।
चीन के रेयर अर्थ मिनरल को ढोने वाले जहाजों के लिए स्पेशल लाइसेंस लेना अनिवार्य कर दिया गया है। ट्रंप प्रशासन चीन के इस कदम को आर्थिक हथियार के रूप में देख रहा है, जिसके बाद ट्रंप ने चीन पर टैरिफ लगा दिया है।
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