चीन-अमेरिका में ठन गई, ड्रैगन ने रेयर अर्थ मेटल पर लगाए नए प्रतिबंध तो ट्रंप की दिखी बौखलाहट; ठोक दिया 100% टैरिफ
नई दिल्ली। US China Tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप और चीन में एक बार फिर से ठन गई है। बीते दिनों चीन ने रेयर अर्थ मेटल (Rare Earth Metal) को लेकर कुछ नए प्रतिबंधों की घोषणा की थी। नए प्रतिबंध से ट्रंप की बौखलाहट साफ देखने को मिली। चीन के झटके के बाद ट्रंप ने ड्रैगन को 240 वोल्ट का बड़ा झटका दे दिया है। उन्होंने दुर्लभ खनिजों पर चीन की बढ़ती पकड़ के जवाब में नए सिरे से 100% टैरिफ और निर्यात प्रतिबंध लगाने की धमकी दी है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच यह असहज संघर्ष विराम महीनों की असहज शांति के बाद आया है, जिसने वैश्विक बाजारों में हलचल मचा दी है और एक नए आर्थिक टकराव की आशंकाओं को जन्म दिया है।
बौखलाहट में ट्रंप ने चीन पर ठोका 100% टैरिफ
ट्रंप ने घोषणा की कि अमेरिका 1 नवंबर से देश में प्रवेश करने वाले सभी चीनी सामानों पर 100% टैरिफ लगाएगा, साथ ही “महत्वपूर्ण सॉफ़्टवेयर“ पर नए निर्यात प्रतिबंध भी लगाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति का यह नाटकीय कदम चीन द्वारा इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिक वाहनों और रक्षा प्रणालियों के निर्माण के लिए आवश्यक खनिजों, दुर्लभ पृथ्वी तत्वों पर विस्तारित निर्यात नियंत्रण की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद आया।
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चीन वर्तमान में वैश्विक रेेयर अर्थ मेटल के उत्पादन के 90% से अधिक पर हावी है। ट्रंप ने बीजिंग के इस कदम पर कहा, “यह चौंकाने वाला था। मुझे लगा कि यह बहुत, बहुत बुरा है।“ उन्होंने चीन के कार्यों को एक “शत्रुतापूर्ण आदेश“ बताया और उस पर महत्वपूर्ण सामग्रियों पर अपने नियंत्रण के माध्यम से “दुनिया को बंदी बनाने“ का प्रयास करने का आरोप लगाया।
टल सकती है ट्रंप और शी जिनपिंग की बैठक?
टैरिफ के नए दौर ने ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच लंबे समय से प्रतीक्षित बैठक पर भी संदेह के बादल मंडराने लगे हैं, जो पहले इस महीने के अंत में दक्षिण कोरिया में एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (APEC) शिखर सम्मेलन के दौरान होने वाली थी। ट्रंप ने पहले ट्रुथ सोशल पर इस नियोजित बैठक का जिक्र करते हुए लिखा था, “अब ऐसा करने का कोई कारण नहीं दिखता।“
लेकिन बाद में उन्होंने पत्रकारों को स्पष्ट किया कि बैठक आधिकारिक तौर पर रद्द नहीं हुई है, लेकिन इसका भविष्य अनिश्चित बना हुआ है। ट्रंप ने कहा, “नहीं, मैंने रद्द नहीं किया है। हालांकि, मुझे यकीन नहीं है कि हम इसे करेंगे या नहीं। मैं वहां जरूर जाऊँगा। मुझे लगता है कि हम इसे कर सकते हैं। हालांकि, उन्होंने दुनिया को एक झटका दिया। यह चौंकाने वाला था। अचानक, वे आयात-निर्यात की यह पूरी अवधारणा लेकर आए, और किसी को इसके बारे में कुछ भी पता नहीं था।“
बीजिंग के वाणिज्य मंत्रालय ने गुरुवार को नए नियमों की घोषणा की, जिसके तहत दुर्लभ मृदा तत्वों या इनकी अल्प मात्रा वाले उत्पादों के किसी भी निर्यात के लिए विशेष अनुमति की आवश्यकता होगी। वैश्विक दुर्लभ मृदा उत्पादन और प्रसंस्करण में अग्रणी चीन ने कहा कि ये प्रतिबंध “राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा“ के लिए हैं। इन प्रतिबंधों का असर रक्षा से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स तक, उन प्रमुख उद्योगों पर पड़ने की संभावना है जो इन खनिजों पर निर्भर हैं।
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