₹3311208 करोड़ के मालिक हैं लैरी एलिसन; दान करने जा रहे अपनी 95% दौलत?
नई दिल्ली| क्या आप जानते हैं कि दुनिया का दूसरा सबसे अमीर इंसान कौन है? टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के बाद ये जगह है- ओरेकल के फाउंडर लैरी एलिसन की। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक, सितंबर 2025 तक लैरी एलिसन की संपत्ति 373 बिलियन डॉलर (करीब 33,11,208 करोड़ रुपए) है। लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि उन्होंने अपनी 95% दौलत दान करने का वादा किया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उनकी ज्यादातर कमाई ओरेकल में 41% हिस्सेदारी और टेस्ला में बड़े निवेश से आती है। हाल के महीनों में एआई की बूम ने ओरेकल के शेयरों को आसमान छूने में मदद की, जिससे उनकी दौलत में जबरदस्त उछाल आया। अब सवाल यह है कि आखिर वो इतनी बड़ी रकम कहां और कैसे दान करने वाले हैं?
95% दौलत दान करने का प्लान
एलिसन ने 2010 में गिविंग प्लेज में हिस्सा लिया था। इसमें उन्होंने अपनी 95% संपत्ति दान करने का वादा किया। लेकिन वो पारंपरिक चैरिटी से हटकर काम करना चाहते हैं। वो अपनी शर्तों पर पैसा दान करना पसंद करते हैं। उनकी ज्यादातर परोपकारी कोशिशें एलिसन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (EIT) के जरिए होती हैं। ये ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में बनी एक प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशन है। EIT हेल्थकेयर, खाद्य सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और एआई रिसर्च जैसे ग्लोबल मुद्दों पर काम करता है।
यह भी पढ़ें- अदाणी ने पूरी जिंदगी में जितना जोड़ा, लैरी एलिसन ने उससे कहीं ज्यादा एक दिन में कमा लिया; आंकड़े सुन उड़ जाएंगे होश!gurgaon-general,Encroachment Delhi-Jaipur Highway, Encroachment removal, Delhi-Jaipur Highway, Service lane encroachment, Gurugram traffic, Rao Narbir Singh, Municipal Corporation Gurugram, NHAI, Basic civic amenities,Traffic Jam, Highway Encroachment,Haryana news
कई बड़े दान कर चुके हैं एलिशन
81 साल के एलिसन ने कई बड़े दान किए हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ सदर्न कैलिफोर्निया को 200 मिलियन डॉलर दिए। ये पैसा कैंसर रिसर्च सेंटर के लिए था। इसके अलावा, उन्होंने एलिसन मेडिकल फाउंडेशन को करीब 1 बिलियन डॉलर दिए। ये फाउंडेशन उम्र बढ़ने और बीमारियों की रोकथाम पर काम करता था, लेकिन अब बंद हो चुका है। EIT का एक नया कैंपस 2027 तक ऑक्सफोर्ड में खुलेगा, जिसकी कीमत 1.3 बिलियन डॉलर है।
बोले- सारी दौलत परोपकार में जाएगी
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, EIT में हाल में लीडरशिप को लेकर हलचल हुई। 2024 में एलिसन ने साइंटिस्ट जॉन बेल को रिसर्च का नेतृत्व करने के लिए रखा। फिर अगस्त में उन्होंने मिशिगन यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रेसिडेंट सांता ओनो को बेल के साथ “कॉलेबोरेट“ करने के लिए चुना। लेकिन दो हफ्तों बाद बेल ने इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इसे “बेहद चुनौतीपूर्ण प्रोजेक्ट“ बताया।
एलिसन का कहना है कि उनकी लगभग सारी दौलत परोपकार के लिए जाएगी। लेकिन वो इसे अपने तरीके और समय के हिसाब से करेंगे। उनकी इस सोच ने उन्हें बाकी अरबपतियों से अलग किया है। |