Great Wall of China: चीन की दीवार की पूरी डिटेल।
एजुकेशन डेस्क, नई दिल्ली। दुनियाभर में चीन की दीवार (Great Wall of China) वर्तमान समय में प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। इसे देखने के लिए विश्व भर से करोड़ो टूरिस्ट आते हैं जिसके जरिये स्थानीय लोगों के साथ ही सरकार को आर्थिक लाभ मिलता है और इससे देश के पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलता है। इस दीवार को बनवाने में 2500 सालों का समय लगा था और इसे बनाने में करीब 95 अरब अमेरिकी डॉलर खर्च किये गए थे। इसे वर्ष 1987 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया था। इसके साथ ही इस दीवार को वर्ष 2007 में दुनिया के नए सात अजूबों में भी शामिल किया गया था। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
क्यों बनाई गई थी चीन की दीवार
चीन की दीवार को मुख्यतः बाहरी आक्रमणकारियों से बचाव के लिए बनाया गया था। उस समय में चीन पर विशेष रूप से मंगोल और अन्य खानाबदोश जातियों (Nomadic Tribes) आक्रमण करती रहती थीं। इनसे सुरक्षा के लिए उत्तरी सीमा क्षेत्र की रक्षा के लिए इसका निर्माण करवाया गया था।
किसने बनवाई चीन की दीवार
चीन की दीवार किसी एक शासक ने नहीं बनवाया है। इसमें बहुत से सम्राटों का हाथ रहा था। इस दीवार का शुरुआती निर्माण तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में चीन के पहले सम्राट किन शि-हुआंग ने करवाया था। इसके बाद समय के साथ अलग-अलग राजवंशों ने अपनी-अपनी सीमाओं या जरूरतों के अनुसार दीवार में और विस्तार किया। जो दीवार आज सबसे प्रसिद्ध और प्रचलित है, उसका मुख्य भाग मिंग राजवंश (1368-1644 ई.) के दौरान बनवाया गया था। मिंग वंश द्वारा लगभग 276 वर्षों तक लगातार इसका निर्माण करवाया गया।
dehradun-city-general,Dehradun City news,BL Santosh Dehradun visit,Uttarakhand BJP 2027 elections,BJP Mission 2027,Pushkar Singh Dhami,BJP Uttarakhand,Dehradun political news,Uttarakhand Assembly Elections 2027,uttarakhand news
चीन की दीवार में लगने वाला पैसा
चीन की दीवार बनने में लगभग 2,300-2,500 साल और लगभग 635 बिलियन चीनी युआन (CNY) अर्थात 95 बिलियन डॉलर रुपये खर्च हुए। वर्तमान समय में चीन की दीवार का महत्व रक्षा के पुराने स्वरूप से कहीं आगे बढ़ चुका है। आज यह दीवार सांस्कृतिक, एतिहासिक, पर्यटक, राष्ट्रीय गौरव और आर्थिक विकास के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
Great Wall of China: महत्वपूर्ण फैक्ट्स
- चीन की दीवार को बनाने में 2300 से 2500 साल का समय लगा था।
- इसे बनाने में 635 बिलियन चीनी युआन (CNY) अर्थात 95 बिलियन डॉलर (अनुमानतः) खर्च हुए।
- इसे बनाने का मुख्य उद्देश्य बाहरी आक्रमणकारियों से रक्षा करना था।
- यूनेस्को ने इस दीवार को 1987 में विश्व धरोहर सूची में शामिल किया था।
- इसका शुरुआती हिस्सा चीन के पहले सम्राट किन शि हुआंग (Qin Shi-Huang) ने बनवाया।
- मुख्य हिस्सा बनने में 276 लगे जिसे मिंग राजवंश ने बनवाया।
यूनेस्को ने भी दीवार को दिया महत्वपूर्ण स्थान
यूनेस्को ने भी इसकी कारीगरी के चलते विश्व धरोहर स्थल के रूप में स्थान दिया। चीन की दीवार को 1987 में यूनेस्को विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया। इसके बाद वर्ष 2007 में इसे सात नए अजूबों की लिस्ट में भी जगह दी गई। यूनेस्को ने इसे “उत्कृष्ट सार्वभौमिक मूल्य“ वाला स्थल बताया है, जो मानव सभ्यता की रक्षा, निर्माण और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का अनूठा उदाहरण है।
यह भी पढ़ें- ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रीय ध्वज का इतिहास, डिजाइन और महत्व, 1901 में आजादी के साथ मिली आधिकारिक पहचान |