शक्ति रूपेण संस्थिता: कानपुर स्थित राहु माता मंदिर। जागरण
जागरण संवाददाता, कानपुर। Navratri 2025: कानपुर स्थित राहु माता मंदिर। राहु माता का मंदिर 250 से ज्यादा वर्ष पुराना है। यहां भक्त चुनरी और नारियल का भोग लगाते हैं। आसपास के गांवों में किसी के यहां कोई शुभ कार्य शादी, उपनयन संस्कार, मुंडन संस्कार होते है तो सबसे पहले निमंत्रण मां को दिया जाता है। ऐसा करने से दाम्पत्य जीवन सुखी रहता है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
इतिहास
राहु माता का मंदिर मंधना-टिकरा मार्ग स्थित बहलोलपुर में स्थित है। मंदिर में भक्तो की असीम आस्था है। नवरात्र में सुबह से देर रात तक भक्तों की भीड़ दर्शन के लिए उमड़ती है। माना जता है कि देवी के दर्शन मात्र से सभी भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है। पूर्वज बताते है यह मंदिर जहां स्थित है, वहां पहले रास्ता था। मां की मूर्ति एक चरवाहे को रास्ते (राह) में मिली थी। पहले रास्ते को राह कहते थे। राह में मिलने से मां का नाम राहु माता पड़ा। पहले यहां छोटी सी मठिया बनी थी। अब यहां विशाल मंदिर बना हुआ है। यहां प्रतिवर्ष प्रदेश स्तर के कलाकारों द्वारा रामलीला और माता रानी का जागरण होता है। आसपास क्षेत्र के हजारों दर्शक आते हैं। नौकरी पेशा, कारोबारी माता रानी के दर्शन करने के बाद ही अपने प्रतिष्ठान जाते हैं।
यह भी पढ़ें- Navratri 2025: कानपुर का मां कालाबाड़ी का मंदिर, स्वप्न में मां ने दिए दर्शन तो कराई प्राण प्रतिष्ठा
मंदिर आने का रास्ता
फर्रुखाबाद व कन्नौज से आने वाले भक्त बिल्हौर, शिवराजपुर चौबेपुर होते हुए मंधना चौराहा पहुंचते हैं। यहां से मात्र 500 मीटर दूर मंदिर है। बडा चौराहा, रामा देवी, श्यामनगर से आने वाले भक्त कल्याणपुर, नारामऊ होते हुए मंधना पहुंचते हैं।
यह भी पढ़ें- Navratri 2025: महोबा की मां छोटी चंद्रिका देवी मंदिर, हर रोज दिन में कई बाद कलाएं बदलती मां की मूर्ति
Numerology Horoscope 2025, Aaj Ka Ank Jyotish 24 September 2025 , mulank 3 Predictions , mulank 1 Predictions , mulank 2 Predictions , Wednesday Numerology, 24 September 2025 Numerology Horoscope, Aaj Ka Ank Jyotish, Today Numerology Horoscope , Wednesday Numerology Predictions, आज का अंक ज्योतिष, आज का अंक ज्योतिष 24 सितंबर 2025, 24 सितंबर 2025 का अंक ज्योतिष, आज का अंकफल 24 सितंबर 2025, दैनिक अंक ज्योतिष 2025
मान्यता है कि मां को गुड़हल का एक पुष्प भी चढ़ाने पर मां उसकी मनोकामना पूर्ण करती हैं। सौभाग्यवती महिलाएं अखंड सौभाग्य के लिए सुहाग अर्पित करती हैं। जब किसी को संतान प्राप्त होती हैं तो बच्चे को दरबार में लाकर दर्शन कराते हैं। मां के दरबार में मुंडन भी कराते हैं। हवन व पूजन नित्य होता है।
-दिनेश चंद्र मिश्रा, पुजारी
मां के दरबार में जो भी भक्त नित्य प्रति दर्शन करते हैं मां उसकी सभी मनोकामना पूरी करती हैं। मंदिर में भक्तों के लिए हर तरह की सुविधा की जाती है। मां का प्रतिदिन अलग-अलग रूपों में शृंगार किया जाता है। मंदिर में शहर ही नहीं, आसपास के जिले के लोग भी नवरात्र में दर्शन के लिए आते हैं।
-हर्ष गुप्ता, भक्त |