H-1B वीजा शुल्क वृद्धि पर थरूर का बड़ा बयान (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा एच-1बी वीजा आवेदन पर एक लाख डालर का शुल्क देने संबंधी घोषणा पर हस्ताक्षर करने के कुछ दिनों बाद पूर्व विदेश राज्य मंत्री एवं कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इसे ट्रंप के तथाकथित मागा (मेक अमेरिका ग्रेट अगेन) समर्थकों को खुश करने के लिए लिया गया फैसला बताया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उन्होंने कहा कि वीजा शुल्क में अचानक वृद्धि अमेरिका की घरेलू राजनीति से प्रेरित है। थरूर ने इस कदम को अमेरिका के व्यापक राजनीतिक माहौल से जोड़ा। एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि तथाकथित मागा (मेक अमेरिका ग्रेट अगेन) आंदोलन से जुड़ी प्रमुख राजनीतिक ताकतें खुले तौर पर अप्रवासी विरोधी हैं। राष्ट्रपति आव्रजन विरोधी लोगों का समर्थन हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं।
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नवंबर में अमेरिका में चुनाव
उल्लेखनीय है कि अमेरिकी विधायी चुनाव इस वर्ष नवंबर में होने वाले हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप के समर्थक भारतीय पेशेवरों को अमेरिकी श्रमिकों को कमतर आंकने वाले के रूप में देखते हैं, जो औसत अमेरिकी से कम वेतन पर काम करते हैं। थरूर ने ट्रंप और उनके व्यापार सलाहकार पीटर नवारो द्वारा भारत पर दिए गए \“आपत्तिजनक\“ बयानों पर कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि दोनों देश करीब आ रहे हैं।
ऐसे में ऐसी भाषा का इस्तेमाल करने की कोई जरूरत नहीं है। अगर 30 साल के रिश्ते में, जो और भी गहरा होता जा रहा है, कोई खास समस्या नहीं है, तो आप भारत के बारे में इस तरह की भाषा का इस्तेमाल क्यों करेंगे? उन्होंने कहा कि टैरिफ लगाने के मामले में भारत के साथ \“अनुचित\“ व्यवहार किया जा रहा है।
थरूर ने क्या कहा?
अमेरिकी राष्ट्रपति पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ट्रंप टैरिफ को \“जादुई हथियार\“ मानते हैं जो कई समस्याओं का समाधान कर सकता है। थरूर ने यह भी कहा कि भारत और अमेरिका के द्विपक्षीय संबंधों को अल्पकालिक झटकों का सामना करना पड़ा है, लेकिन इसके बावजूद दोनों देशों के रिश्ते अंतत: फिर से सामान्य हो जाएंगे। |