प्रताड़ना से परेशान होकर अनुसूचित जाति आवासीय प्राथमिक विद्यालय के 15 भाग निकले। (सांकेतिक तस्वीर)
जागरण संवाददाता, पाकुड़। शहर के किताझोर स्थित कल्याण विभाग द्वारा संचालित अनुसूचित जाति आवासीय प्राथमिक विद्यालय में गंभीर अनियमितताओं का मामला सामने आया है। शिकायत मिलने पर उपायुक्त के निर्देशानुसार शनिवार को अंचलाधिकारी अरविंद कुमार बेदिया और नगर प्रशासक अमरेंद्र कुमार चौधरी की संयुक्त टीम ने आवासीय विद्यालय का निरीक्षण किया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
टीम ने भोजन, स्टाक पंजी, उपस्थित पंजी, किचन, छात्रावास कक्ष और परिसर की समग्र व्यवस्था की जांच की। जांच के दौरान बच्चों ने टीम को बताया कि गार्ड विनय मिश्रा शराब के नशे में अक्सर उनके साथ गाली-गलौज और मारपीट करता है।
बच्चों के अनुसार उन्हें मेनू के अनुरूप भोजन नहीं मिलता। भोजन में खराब और सड़ी-गली सब्जियां दी जाती हैं, साथ ही खाने के लिए खराब बादाम और चना भी परोसा जाता है।
कक्षा पांच के बच्चे भाग निकले
छात्रावास के वातावरण से परेशान होकर कक्षा पांच में पढ़ने वाले 15 बच्चे रात में रोते हुए छात्रावास से भाग निकले। संयाेग से जिला प्रशासन और पुलिस टीम की नजर बच्चों पर पड़ गई। पूछताछ में बच्चों ने छात्रावास की बदहाली की पूरी कहानी बताई, जिससे अनियमितताओं की पुष्टि हुई। बच्चों को वापस छात्रावास पहुंचाने के दौरान गार्ड नशे में धुत पाया गया, जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
दयनीय मिली छात्रावास की स्थिति
छात्रावास की स्थिति अत्यंत दयनीय पाई गई। कमरों में गंदगी फैली थी। बच्चों के उपयोग के लिए दिए गए टीवी और कंप्यूटर सिस्टम खराब पड़े थे। खेलने के लिए कोई सामग्री उपलब्ध नहीं थी। बच्चों ने बताया कि कपड़े का गेंद बनाकर खेलने पर भी उन्हें मारा-पीटा जाता था।
छात्रावास में प्रकाश व्यवस्था भी सही नहीं थी। कई बच्चे अपनी समस्या बताते-बताते रो पड़े। बच्चों ने यह भी जानकारी दी कि छुट्टी के बाद देर से लौटने पर प्रति दिन 100 रुपये विलंब शुल्क लिया जाता है। गार्ड द्वारा शराब पीने के लिए पैसे न होने पर बच्चों के बैग में रखे पैसे निकालने की भी शिकायत मिली। वार्डन प्रतिमा मिश्रा पर भी बच्चों ने मारपीट करने और गंदे कपड़े धुलवाने का आरोप लगाया।
जांच में मिली अनियमितता
अंचलाधिकारी ने कहा कि जांच में भारी अनियमितताएं सामने आई हैं तथा भोजन की गुणवत्ता भी बेहद खराब मिली है। पूरी रिपोर्ट उपायुक्त को भेजी जाएगी। प्रभारी एसडीपीओ अजय आर्यन ने भी जांच कर बच्चों के बयान सुने और कहा कि बच्चों के साथ दुर्व्यवहार की घटना बेहद गंभीर है तथा विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी।
विद्यालय में कुल 60 सीटें हैं, जिनमें 55 बच्चे नामांकित हैं। कई बच्चों को सरकारी सामग्री का लाभ भी समय पर नहीं मिल रहा। जूते और स्वेटर अब तक नहीं मिले हैं। विद्यालय संचालन की जिम्मेदारी बाटेश्वर सेवा संस्था, गोड्डा को दी गई है।
शिकायत पर जांच कराई गई है। रिपोर्ट के आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।-अरुण कुमार एक्का, आइटीडीए निदेशक, पाकुड़ |