लोहिया अस्पताल में भर्ती घायलों से पूछताछ कर वीडियो बनाते एटीएस के प्रभारी निरीक्षक आनंद कुमार तिवारी (मध्य में)। जागरण
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद। कोचिंग सेंटर के बाहर हुए धमाके की घटना का आतंकी कनेक्शन होने की भी शंका जताई जा रही है। घटनास्थल से सेंट्रल जेल की दीवार की दूरी करीब 500 मीटर दूरी पर ही है। यहां कई खूंखार कैदियों के अलावा बरेली दंगे का आरोपित मौलाना तौकीर रजा भी बंद है। देर शाम लखनऊ से एटीएस (आतंकवाद निरोधक दस्ता) की तीन सदस्यीय टीम ने घटनास्थल का जायजा लिया। उसके बाद टीम ने डा. राममनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती घायल बच्चों से भी पूछताछ कर उनकी वीडियोग्राफी भी की। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
शनिवार देर शाम करीब 8 बजे लखनऊ से एटीएस के प्रभारी निरीक्षक आनंद कुमार तिवारी की अगुवाई में तीन सदस्यीय टीम घटनास्थल पर पहुंची। वहां घटनास्थल का जायजा लेकर टीम स्थानीय पुलिस कर्मियों के साथ डा. राममनोहर लोहिया अस्पताल पहुंची। वहां भर्ती सभी घायल छात्रों से घटना के संबंध में पूछताछ की। इस दौरान उन्होंने बच्चों के बयानों के वीडियो भी बनाए।
टीम वहां से दोबारा घटनास्थल पर गई और आसपास के लोगों से पूछताछ करने की कोशिश की। इस हादसे में दो युवकों की जान चली गई। जिस स्थान पर यह घटना हुई है, वह फतेहगढ़ सेंट्रल जेल से लगभग 500 मीटर दूरी पर है। इसी सेंट्रल जेल में कई खूंखार कैदियों के अलावा विगत शनिवार से बरेली में हुए बवाल के आरोपित मौलाना तौकीर रजा को भी यहां बंद किया गया है। |