हिमाचल प्रदेश सरकार के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह। जागरण आर्काइव
राज्य ब्यूरो, धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के चौथे चरण में किसी भी ठेकेदार को दूसरी सड़क का काम तभी सौंपा जाएगा, जब पहला काम सफलतापूर्वक पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में ठेकेदारों के लिए कड़े नियम लागू किए जाएंगे, जिसके तहत प्रारंभ में एक ठेकेदार को केवल दो सड़कों का काम दिया जाएगा।
यदि किसी ठेकेदार के काम में कमी या गुणवत्ता पर सवाल उठते हैं, तो उन्हें ब्लैक लिस्ट किया जाएगा। यह जानकारी कांग्रेस विधायक भवानी पठानिया द्वारा नियम-62 के तहत ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान दी गई।
विक्रमादित्य ने कहा कि ठेकेदार विभाग पर हावी नहीं होंगे, बल्कि विभाग उनसे काम लेगा। उन्होंने गुणवत्ता के मामले में किसी भी प्रकार के समझौते से इनकार किया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
कांगड़ा जोन की 57 सड़कों के काम में देरी
उन्होंने स्वीकार किया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तीसरे चरण में कई स्थानों पर काम में देरी हुई है, जिसमें कांगड़ा जोन की 57 सड़कों का काम भी शामिल है।
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फतेहपुर में समय पर काम न करने वाले ठेकेदार पर होगी कार्रवाई
फतेहपुर में भी जिन सड़कों पर समय पर काम नहीं हुआ है, उनकी जांच की जाएगी और एक सप्ताह के भीतर ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यदि आवश्यक हुआ, तो ठेकेदारों को टर्मिनेट भी किया जा सकता है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पीएमजीएसवाई का शेष कार्य एक माह में पूरा करने का प्रयास किया जाएगा, और मार्च महीने तक इसकी डेडलाइन निर्धारित की गई है। कुछ सड़कें एक माह में पूरी हो जाएंगी। इससे पहले, विधायक भवानी सिंह पठानिया ने अपने क्षेत्र की सड़कों की स्थिति पर चिंता व्यक्त की और गुणवत्ता पर सवाल उठाए।
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