मृतक छात्र और घटनास्थल पर जांच करती पुलिस। जागरण
जागरण संवाददाता, आगरा। एसएन मेडिकल कॉलेज के दोनों एमबीबीएस छात्रों की हादसे के बाद इलाज मिलने से जान बचने की उम्मीद बंधी रहती। पोस्टमार्टम में दोनों छात्रों के सिर सुरक्षित मिले, सीने और पेट में चोट लगने से अत्यधिक रक्तस्राव होने से दोनों की मौत हुई।
एसएन मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस बैच 2022 के सिद्ध् अग्रवाल और तनिष्क गुप्ता बाइक के डिवाइडर से टकराने के बाद 30 मिनट तक तड़पते रहे, इस दौरान उन्हें अस्पताल पहुंचा दिया जाता तो इलाज से जान बचने की उम्मीद रहती। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
सीने और पेट में चोट से अत्यधिक रक्तस्राव आया सामने
एसएन मेडिकल कॉलेज में इस तरह के सड़क हादसे जिनमें सीने और पेट में चोट लगती है उनके इलाज के लिए पिछले सप्ताह फियोना स्टेनली हॉस्पिटल, ऑस्ट्रेलिया के डॉक्टरों की टीम ने प्रशिक्षण भी दिया था। घटनास्थल से खंदारी, हरीपर्वत चौराहे होते हुए एसएन इमरजेंसी तीन किलोमीटर दूर थी।
सड़क दुर्घटना के घायल को भर्ती कराएं, होंगे सम्मानित
सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को तुरंत इलाज मिलना चाहिए, यह राहगीरों की मदद से ही संभव है। सीएमओ डा अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि राहवीर योजना के तहत राहगीर घायलों को अस्पताल पहुंचा सकते हैं। निजी अस्पताल में मरीज का 48 घंटे इलाज करने पर आयुष्मान योजना के तहत निर्धारित चार्ज अस्पताल को देने संबंधी शासनादेश जल्द जारी होने वाला है। साथ ही भर्ती कराने वाले को सम्मानित भी किया जाता है। इस वर्ष चार लोगों के नाम राहवीर योजना के तहत सम्मानित करने के लिए भेजे गए हैं।
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हादसे में घायल के साथ ये करें
- जहां से खून निकल रहा है उसे कपड़े से दबाकर बंद करनी की कोशिश करें
- एक करवट से लिटा दें, गर्दन को ज्यादा ना हिलाएं और पानी ना पिलाएं
- जो भी वाहन उपलब्ध हो उससे नजदीक के अस्पताल पहुंचाएं
इन नंबरों पर कर सकते हैं संपर्क
सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि रात में दोनों मेडिकल छात्रों के पोस्टमार्टम किए गए। दोनों के सिर में चोट नहीं मिली है। सीने में चोट से फेंफड़े फटने और पसली टूटने के साथ ही पेट में चोट से अत्यधिक रक्तस्राव हुआ इससे मौत हो गई। |