प्रतीकात्मक तस्वीर
संवाद सूत्र, कुशीनगर। जानकी नगर में बरातियों से भरी बस पेड़ से टकराने से दूल्हे के मामा की मौत हो गई और आठ बराती घायल हो गए। पुलिस ने एंबुलेंस से घायलों को जिला अस्पताल भिजवाया। वहां सात लोगों का उपचार चल रहा है, एक की हालत गंभीर देख चिकित्सक ने मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर कर दिया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
दुर्घटना शनिवार की रात में एक बजे पडरौना-कसया मार्ग पर धर्मपुर गांव स्थित शैल चिकित्सालय के पास हुई थी। दुर्घटना के बाद बस चालक फरार हो गया। हाटा कोतवाली के पगरा गांव के बेचू चौहान के पुत्र सोनू चौहान की शादी थी। बरात पडरौना के बकुलहां गांव में आई थी।
शादी की रस्म पूरी होने के बाद बराती भोजन कर घर लौट रहे थे। बस धर्मपुर गांव के समीप से गुजर रही थी, कोहरे के कारण चालक को रेलिंग विहीन पुलिया दिखाई नहीं दी। रेलिंग न होने के कारण पहिया पुलिया की दीवार पर चढ़ गया और बस अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे पेड़ से टकरा गई।
घायलों को भेजा गया अस्पताल
बस में 30-35 लोग सवार थे। दुर्घटना में दूल्हा के मामा कप्तानगंज के गंभीरपुर गांव के रहने वाले 50 वर्षीय बिहारी चौहान की मौत हो गई। घायल राहुल यादव, तौफीक अली, रमाकांत चौहान, रामाश्रय चौहान, मदन चौहान, अश्विनी चौहान, ऋषिकेश चौहान, ओमकार चौहान काे पुलिस ने जिला अस्पताल भिजवाया।
वहां सात लोगों का उपचार चल रहा है। रमाकांत की हालत गंभीर देख चिकित्सक ने मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर कर दिया, वहां उनकी हालत चिंताजनक बताई जा रही है। शादी की खुशी मातम में बदल गई है, दूल्हा के घर में ताला लटका हुआ है। परिवार के सभी सदस्य मृतक बिहारी के घर गए हुए हैं।
कई माह से टूटी पड़ी है पुलिया की रेलिंग
घटनास्थल के आसपास रहने वाले अंकित चौबे, अनूप गोंड, डब्ल्यू गोंड, सूरज गोंड ने बताया कि पुलिया की रेलिंग कई माह पहले टूट गई थी। जनपद के प्रमुख कसया-पडरौना मार्ग से जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों का प्रतिदिन आवागमन होता है, लेकिन रेलिंग बनवाई नहीं जा रही है।
उन्होंने कहा कि कोहरे का समय चल रहा है, अगर रेलिंग नहीं बनी तो दुर्घटनाएं रोकनी मुश्किल होंगी। रविंद्रनगर के प्रभारी निरीक्षक ओम प्रकाश मिश्र ने कहा कि पुलिस मामले में आवश्यक कार्रवाई कर रही है। घायलों का उपचार चल रहा है। स्थिति नियंत्रित में है। |