दक्षिण ओडिशा में भारी बारिश और भूस्खलन से जनजीवन अस्त-व्यस्त  
 
  
 
  
 
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। दक्षिण ओडिशा में निम्न दबाव का गहरा असर देखने को मिला। गुरुवार को दिनभर हुई भारी बारिश ने जिले की रफ्तार थाम दी। लगातार हो रही बरसात से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं हुईं, सड़कें बाधित हो गईं और गांवों का संपर्क टूट गया। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें  
 
सबसे गंभीर स्थिति रायगढ़ ब्लॉक के पेकट गांव के पास बनी, जहां भारी भूस्खलन हुआ। इसमें कार्तिक शबर (70) और उनका पुत्र राजिक शबर लापता है जिन्हें मिट्टी में दब जाने की आशंका है। देर शाम तक दोनों का कोई सुराग नहीं मिल पाया। इस हादसे के बाद रायगढ़ और र.उदयगिरि ब्लॉक के बीच संपर्क पूरी तरह कट गया है।  
 
  
 
गुम्मा ब्लॉक के अढेई गांव के पास भी पहाड़ धंसने से सड़क पर मिट्टी फैल गई। इसके चलते अढेई और कुजासिंग गांव का संपर्क टूट गया।  
गजपति जिले में 1221.4 मिमी बारिश  
 
जिला आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, गुरुवार वार सुबह से शाम साढ़े पांच बजे तक गजपति जिले में 1221.4 मिमी बारिश दर्ज की गई। जिले के आठों ब्लॉकों में औसतन 152.68 मिमी पानी गिरा। सबसे ज्यादा बारिश र.उदयगिरि में 240.2 मिमी दर्ज की गई। इसके अलावा रायगढ़ में 174.4, गुम्मा में 199, गोसानी में 173, नूआगढ़ में 134.4, मोहना में 132, पारलाखेमुंडी में 101 और काशी नगर में 67 मिमी बारिश हुई।  
 
  
 
भारी बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। गुम्मा, उदयगिरि और नूआगढ़ ब्लॉकों के कई गांवों में नालों का पानी घुस आया। तरंगगढ़ा पंचायत में अंबाजिर ब्रिज के ऊपर से पानी बहने के कारण पारताड़ा, खुलाबाड़ा, अंबाजिरि और बड़ाबाड़ गांवों से संपर्क पूरी तरह बाधित हो गया है।  
 
उधर, अजयगढ़ से नामनगर अंगईड़ा चौक के बीच मुख्य सड़क पर तेंदू का पेड़ गिरने से यातायात रुका रहा। वहीं चंदन प्लाट नाला का पानी मुख्य सड़क को प्रभावित कर रहा है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की अपील की है और राहत व बचाव दल को तैनात किया गया है। |