गोरखपुर से दिल्ली के बीच भी सुविधा संपन्न स्लीपर वंदे भारत चलाने का पहले से तैयार है प्रस्ताव। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। पूर्वोत्तर रेलवे को सुविधा संपन्न वंदे भारत ट्रेन की सौगात जल्द मिलेगी। बनारस-प्रयागराज रामबाग के रास्ते पटना से दिल्ली के बीच पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत चल सकती है। गोरखपुर से दिल्ली के बीच भी स्लीपर वंदे भारत ट्रेन चलाने का प्रस्ताव है। रेल मंत्रालय, राजधानी एक्सप्रेस की तर्ज पर दिसंबर 2025 से स्लीपर वंदे भारत ट्रेन चलाने की तैयारी में है। यह नई ट्रेन राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों की तुलना में यात्रियों को और बेहतर सुविधाएं प्रदान करेंगी। रेलवे बोर्ड की निगरानी में वर्तमान में दस स्लीपर ट्रेनों का निर्माण हो रहा है। कार्य अंतिम चरण में है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
पूर्वोत्तर रेलवे समेत भारतीय रेलवे स्तर पर अभी आठ व 16 कोच की चेयरकार वाली वंदे भारत ट्रेनें ही चल रही हैं। जिसमें गोरखपुर से चलने वाली गोरखपुर-अयोध्या-लखनऊ-प्रयागराज और गोरखपुर-मुजफ्फरपुर-पाटलिपुत्र दो वंदे भारत ट्रेनें शामिल हैं। पूर्वोत्तर रेलवे के चिन्हित रूटों पर अब और आरामदायक स्लीपर वंदे भारत ट्रेनें चलेंगी। स्लीपर ट्रेनों का व्यापक स्तर पर गहन परीक्षण चल रहा है। कमियों को सुधारा जा रहा है। ताकि, यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान की जा सके।
आने वाले दिनों में भारतीय रेलवे स्तर पर वंदे भारत और अमृत भारत ट्रेनें ही चलाई जाएंगी। पूर्वोत्तर रेलवे में गोरखपुर से दिल्ली, आगरा और वाराणसी के रास्ते प्रयागराज सहित सात वंदे भारत और दो अमृत भारत के अलावा 17 नई एक्सप्रेस ट्रेनों का प्रस्ताव तैयार है। संभावना जताई जा रही है कि गोरखपुर से दिल्ली के बीच गुलाबी रंग की स्लीपर वंदे भारत ट्रेन ही चलेगी।
रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि स्लीपर वंदे भारत का निर्माण भी व्यापक पैमाने पर किया जा रहा है। लगभग 26 हजार करोड़ से हवाई जहाज जैसी सुविधा वाली 200 स्लीपर वंदे भारत तैयार की जा रही हैं। इसके अलावा रेलवे बोर्ड ने दो वित्तीय वर्ष में वंदे भारत के और 3200 कोच तैयार करने का लक्ष्य रखा है।
इन कोचों से वर्ष 2027 तक कम से कम आठ कोचों वाली 400 से अधिक वंदे भारत ट्रेनें तैयार हो जाएंगी। यह सभी कोच इंटीग्रल कोच फैक्टी (आइसीएफ) चेन्नई, रेल कोच फैक्ट्री (आरसीएफ) कपूरथला और माडर्न कोच फैक्ट्री राय बरेली में बनाए जा रहे हैं। सात जुलाई, 2023 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गोरखपुर जंक्शन से पहली वंदे भारत को हरी झंडी दिखाई थी।
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160 से 180 की गति से चलेगी नई स्लीपर वंदे भारत
नई स्लीपर वंदे भारत ट्रेन 16 कोच की होगी, जिसमें जिनमें 11 एसी थ्री टियर, 4 एसी टू टियर, और एक एसी फर्स्ट क्लास कम्पार्टमेंट लगाए जाएंगे। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन एक सेमी हाई स्पीड और स्व संचालित ट्रेन सेट होगी, जो 160 किमी से लगायत 180 किमी प्रति घंटा की गति से चलने में सक्षम होगी। इस ट्रेन में विशेष रूप से डिजाइन की गई रात की रोशनी, एकीकृत घोषणा प्रणाली के साथ दृश्य डिस्प्ले, निगरानी कैमरे, और माड्यूलर किचन यूनिट्स जैसी उन्नत सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।
वंदे भारत स्लीपर यात्रियों को उच्च आराम स्तर प्रदान करेगी, जिसमें अच्छी तरह से सजाए गए कोच और पेडेड बर्थ शामिल हैं। नए डिजाइन में यात्री आराम से ऊपरी बर्थ तक पहुंच सकेंगे। एरोप्लेन की तरह उन्नत बायो वैक्यूम टॉयलेट पूरी ट्रेन में स्थापित रहेंगी। ट्रेन में दिव्यांग यात्रियों के लिए सुविधाएं और बेबी केयर सुविधाएं भी शामिल होंगी। एसी फर्स्ट क्लास सेक्शन में गर्म पानी की आपूर्ति के साथ शावर सुविधाएं भी मिलेंगी। यात्री व्यक्तिगत रीडिंग लाइट्स, पावर आउटलेट्स, और नाश्ते के लिए टेबल का आनंद ले सकेंगे। दरवाजे रुकने पर स्वचालित रूप से खुलते हैं।
कवच युक्त होगी वंदे भारत, अंदर मिलेगा धूलमुक्त वातावरण
स्लीपर वंदे भारत में स्वदेशी एंटी कोलिजन तकनीक पर आधारित कवच सिस्टम लगा होगा, जो ट्रेन को पूरी तरह सुरक्षा प्रदान करेगा। ट्रेन को टक्कर से बचाने के साथ संभावित दुर्घटनाओं पर भी लगाम लगाएगा। ट्रेन के अंदर धूल मुक्त वातावरण मिलेगा। तापमान भी नियंत्रित रहेगा। केंद्रीकृत कोच मॉनिटरिंग सिस्टम और सीसी कैमरे से प्रत्येक कोच की निगरानी होगी। |