औषधि नियंत्रक ताजबर सिंह ने जारी किए निर्देश. Concept Photo
जागरण संवाददाता, देहरादून। राजस्थान में खांसी की दवा पीने से बच्चे की मौत के बाद खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) अलर्ट हो गया है। अपर आयुक्त एवं औषधि नियंत्रक ताजबर सिंह ने एहतियाती कदम उठाते हुए प्रदेशभर में खांसी की दवाओं की सैंपलिंग के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में सभी जिलों को पत्र जारी कर दिया है। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
औषधि नियंत्रक ने बताया कि सभी औषधि निरीक्षक चरणबद्ध ढंग से प्रदेशभर में कफ सिरप की सैंपलिंग करेंगे। सबसे पहले सरकारी अस्पतालों और फार्मेसी से नमूने लिए जाएंगे और उसके बाद बाजार में दावा की दुकानों से भी खांसी की दवा के सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे।
उन्होंने बताया कि बच्चों और मरीजों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। जांच में किसी भी दवा के असुरक्षित पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि कफ सीरप (डेक्सट्रोमेथारफन हाइड्रोब्रोमाइड) पीने से राजस्थान के सीकर में पांच वर्षीय बच्चे की मौत हो गई थी। इसके अलावा भी राजस्थान व मध्य प्रदेश में कई जगह बच्चों के बीमार होने के मामले सामने आए हैं, जिसके बाद एफडीए ने एहतियाती कदम उठाए हैं। |