ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ सहेजने के लिए समाधान ढूंढ रहा रेलवे।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गोरखपुर से दिल्ली जाने के लिए रोजाना एक मात्र गोरखधाम एक्सप्रेस ट्रेन ही है। यह भी अब बठिंडा तक चलने लगी है। इसमें भी एसएलआर को लेकर ट्रेन में जनरल के पांच बोगी ही लगते हैं। रात को हमसफर चलती है, लेकिन वह पूरी तरह वातानुकूलित है। जब आरक्षित कन्फर्म टिकट नहीं मिलता तो लोग जनरल बोगियों की तरफ भागते हैं। लेकिन, जनरल बोगियों में भी जगह नहीं मिलती। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
बिहार से कहने के लिए करीब दर्जन भर ट्रेनें दिल्ली रूट पर चलती हैं, लेकिन उनकी जनरल बोगियों में पैर रखने की जगह नहीं बचती। टिकट पर दिल्ली जाने वाले पूर्वांचल और नेपाल के लाखों लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
यद्यपि, रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की भीड़ को सहेजने के लिए स्थायी समाधान भी ढूंढ रहा है। इसके लिए गोरखधाम के समानांतर नियमित अनारक्षित क्लोन एक्सप्रेस चलाने की तैयारी कर रहा है।
क्लोन एक्सप्रेस ट्रेन के चलने से दिल्ली व बठिंडा तक जाने वाले पूर्वांचल, बिहार व नेपाल के लोगों की भीड़ छंट जाएगी। यात्रियों को गोरखधाम में भी आसानी से सीट मिल जाएगी। प्लेटफॉर्म नंबर नौ पर लगने वाली लंबी लाइन व धक्कामुक्की समाप्त हो जाएगी।
यात्रियों को छोड़ने और ले जाने के लिए ही वाहनों को अनुमति
रेलवे स्टेशन परिसर में यात्रियों को छोड़ने व ले जाने के लिए ही वाहनों को प्रवेश की अनुमति मिल रही है। वाहन यात्री को छोड़कर या बैठाकर स्टेशन परिसर से वापस हो जाएंगे। इसके लिए अधिकतम दस मिनट का समय निर्धारित किया गया है।
इससे अधिक समय तक वाहन के रुकने पर चालान की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता बनाने तथा भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे सुरक्षा बल ने यह व्यवस्था बनाई है। |