मार्च तक बनकर तैयार हो जाएगा ताल नदौर का कान्हा उपवन।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। अगले साल अप्रैल से शहर के लोगों को छुट्टा पशुओं की समस्या से निजात मिल जाएगी। नगर निगम के द्वारा ताल नदौर में छुट्टा पशुओं के लिए बनवाया जा रहा आश्रय गृह ‘कान्हा उपवन’ निर्धारित समय से पहले बनकर तैयार हो जाएगा। निगम के अधिकारियों के अनुसार मार्च तक इसे तैयार कर लिया जाएगा। विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
शहर में छुट्टा पशुओं की भरमार को देखते हुए नगर निगम के द्वारा महेवा वार्ड में 500 क्षमता का कान्हा उपवन बनवाया गया, लेकिन पशुओं का यह आश्रय गृह छोटा पड़ने लगा है। इसको देखते हुए नगर निगम की ओर से ताल नदौर में लगभग 28 करोड़ 94 लाख 24 हजार रुपये की लागत से कान्हा उपवन का निर्माण हो रहा है।
करीब 40 एकड़ में बन रहे कान्हा उपवन की क्षमता करीब 2000 पशुओं की है। गोरखपुर-वाराणसी राजमार्ग पर ताल नदौर (चारपानी) स्थित इस परियोजना का उद्देश्य निराश्रित गोवंश के संरक्षण के लिए स्थायी व्यवस्था तैयार करना है।
अक्टूबर 2026 तक इसको पूरा करने की समय सीमा तय है। लेकिन, सरकार की मंशा के अनुसार इसके काम में तेजी लाते हुए मार्च 2026 तक पूरा करने की योजना तैयार की गई है। परियोजना का निर्माण उत्तर प्रदेश जल निगम (कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज) की यूनिट-14 द्वारा किया जा रहा है।
70 प्रतिशत से ज्यादा काम हो चुका है पूरा सीएंडडीएस के स्थानिक अभियंता ओमप्रकाश यादव ने निरीक्षण के दौरान बताया कि 1700 मीटर लंबी चहारदीवारी में से 1400 मीटर में निर्माण और प्लास्टर का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि शेष 300 मीटर हिस्से में कालम और पाइलिंग का कार्य चल रहा है।
इसके अलावा 2000 क्षमता के काऊ शेड, 500 क्षमता के काफ शेड, मुख्य कार्यालय भवन, तालाब, चारा गृह, टायलेट, डिस्पेंसरी, सर्वेंट क्वार्टर (भूतल, प्रथम एवं द्वितीय तल), पंप हाउस, ओवरहेड टैंक और स्टोर का निर्माण भी आरंभ हो गया है।
ताल नदौर में छुट्टा पशुओं के लिए निर्माणाधीन कान्हा उपवन का निर्माण मार्च तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। निरीक्षण कर काम में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है। -अमित कुमार शर्मा, मुख्य अभियंता नगर निगम। |