साइबर अपराधी ने दो अकाउंट से उड़ाए 3 लाख रुपए। सांकेतिक तस्वीर
संवाद सहयोगी, हजारीबाग। हजारीबाग के केरेडारी थाना अंतर्गत चट्टी पेट्रो निवासी इदरीश अंसारी (पिता मो राहत) साइबर ठगी का शिकार हो गए हैं।
अपराधी ने उनके मोबाइल को भी हैक कर लिया और वाट्स एप सहित अन्य सिस्टम पर नियंत्रण कर लिया।
इसके अलावा, अपराधी पीड़ित के करीबियों से पैसे ठगने की कोशिश कर रहा है। इदरीश अंसारी ने बताया कि 27 सितंबर को दोपहर लगभग 12:30 बजे उन्हें एक नंबर से वाट्स एप कॉल आया।
कॉल करने वाले ने खुद को बैंक मैनेजर बताया और री-केवाईसी के लिए दबाव बनाया। उन्हें चेतावनी दी गई कि यदि केवाईसी नहीं होगी तो अकाउंट फ्रीज कर दिया जाएगा।
इदरीश ने बताया कि मैं गरीब परिवार से आता हूं और मजदूरी करके जो पैसे जोड़े थे, वह साइबर अपराधी ने मेरे दो अकाउंट से कुल 3,03,999 लाख निकाल लिए।
अकाउंट से हुई निकासी
पहले अकाउंट से 3 राउंड में कुल 1,04,000 रुपए की निकासी की गई, जबकि दूसरे अकाउंट से एक ही बार में 1,99,999 रुपए निकाली गई।chandigarh-state,haryana,Haryana stubble burning,Parali Protection Force,stubble burning night patrols,Haryana agriculture,crop residue management,Paddy straw,Haryana pollution control,Meri Fasal Mera Byora,Haryana kisan,stubble burning FIR,Punjab news
इदरीश ने बताया कि दूसरे अकाउंट की राशि मूलतः दूसरे व्यक्ति की थी, जिसे वह अपने परिवार को भेजना चाहते थे।
साइबर अपराधी ने इदरीश का मोबाइल हैक कर लिया और वाट्स एप ग्रुप से जुड़े करीबियों से भी पैसे ठगने का प्रयास किया।
बालूमाथ के रहने वाले मजदूर नईम से 5,000 की ठगी की गई। इसके अलावा अपराधी इदरीश के वाट्स एप स्टेटस से आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज भी डाउनलोड कर रहा है।
इदरीश ने हजारीबाग साइबर थाना में ऑनलाइन शिकायत दर्ज की और केरेडारी थाना में लिखित आवेदन दिया। बैंक ऑफ इंडिया के सीएसपी ने बताया कि अपराधी ने मोबाइल के ऑटोमेटिक डाउनलोड सिस्टम का फायदा उठाया।
साइबर थाना के इंस्पेक्टर आभास कुमार ने कहा कि मामले की जांच जारी है। प्रयास किया जाएगा कि पीड़ित की राशि रिकवर हो और अपराधी गिरफ्तार किया जाए।
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